कोटद्वार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जल्द ही धरातल पर उतरने वाला है. कोटद्वार क्षेत्र से सटे कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के बफर जोन में प्रदेश की पहली टाइगर सफारी बनने जा रही है. जिसका शिलान्यास शुक्रवार को सूबे के वन मंत्री हरक सिंह रावत ने किया. केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) व राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) से हरी झंडी मिलने के बाद अब इसका काम शुरू हो गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल मशहूर एडवेंचर शो मैन वर्सेस वाइल्ड के मेजबान बेयर गिल्स के साथ सीटीआर पहुंचे थे. तब उन्होंने पार्क क्षेत्र में टाइगर सफारी बनाने का विचार भी रखा था. इसके बाद ही कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने इस दिशा में काम शुरू किया. कालागढ़ टाइगर रिजर्व की रेंज में टाइगर सफारी के लिए 106.16 हेक्टेयर भूमि का चयन किया. जिसका विधिवत शिलान्यास शुक्रवार को वन मंत्री हरक सिंह रावत ने किया.
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पाखरौ रेंज में टाइगर सफारी शुरू होने के बाद न सिर्फ कोटद्वार के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि कोटद्वार की एक अलग पहचान भी बनेगी. शिलान्यास कार्यक्रम में वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत स्थापित होने वाली टाइगर सफारी हिंदुस्तान की पहली सफारी होगी. यह कोटद्वार वासियों के लिए एक ऐतिहासिक पल है. इस सफारी शुरू होने के बाद देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों का यहां पर तांता लगा रहेगा, जिससे क्षेत्र के लोगों को भरपूर रोजगार मिलेगा. इस टाइगर सफारी के निर्माण में 48 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.
इस तरह तैयार होगी टाइगर सफारी
कालागढ़ टाइगर रिजर्व की पाखरौ रेंज में टाइगर सफारी में दो अलग-अलग बाड़े बनाए जाएंगे, जो 35 से 40 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले होंगे. इन बाड़ों के बीच से सड़क गुजरेगी, जहां से पर्यटक बाघों का दीदार करेंगे. पूरे टाइगर सफारी क्षेत्र के चारों ओर चारदीवारी की जाएगी और इसके भीतर इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाई जाएगी. इस परिक्षेत्र से बाहर पशु चिकित्सक व अन्य कार्मिकों के आवास व कार्यालय बनाए जाएंगे. टाइगर सफारी के भीतर पूरा क्षेत्र खुला होगा. यहां पर्यटक बंद गाड़ी में सफर करेंगे.