कोटद्वार: दुगड्डा नगर पालिका क्षेत्र में वित्तीय अनियमितताओं का मामला सामने आया है. नगर पालिका ने वार्ड नंबर 1 में वर्ष 2019-20 में एक नाली के मरम्मत का कार्य करवाया था, जिस पर लगभग 22 लाख रुपए की धनराशि लगायी गई. निर्माण के दौरान अवर सहायक अभियंता ने अधिशासी अधिकारी व पालिका अध्यक्ष से निर्माण सामग्री की आईआईटी रुड़की से तकनीकी जांच कराने की अपील की थी, लेकिन नगर पालिका दुगड्डा ने अपर अभियंता की मांग को दरकिनार कर संबंधित ठेकेदार को भुगतान कर डाला.
मामले का खुलासा तब हुआ कि जब स्थानीय निवासी गिरीश चंद गौड़ ने सूचना का अधिकार के तहत नगरपालिका से जवाब मांगा. सूचना के अधिकार में खुलासा हुआ कि 19 फरवरी 2020 को ठेकेदार गौरव रावत ने वार्ड नंबर 1 में आईटीआई के पीछे से गैस गोदाम तक नाले का निर्माण कार्य करवाया था. निर्माण अवर सहायक अभियंता महेंद्र पाल सिंह ने अधिशासी अधिकारी व नगर पालिका अध्यक्ष को बताया था कि ठेकेदार द्वारा नाली निर्माण के कार्य में उपयोग होने वाली सामग्री का आईआईटी रुड़की से तकनीकी परीक्षण कराया जाना चाहिये. बिना परीक्षण कराए ठेकेदार गौरव रावत का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए. लेकिन नगर पालिका दुगड्डा ने अवर अभियंता की दलील को दरकिनार कर ठेकेदार को लाखों रुपए का भुगतान कर दिया.