कोटद्वार:नगर निगम क्षेत्र में सिंचाई के गूल क्षतिग्रस्त है. सिंचाई की गूलों के क्षतिग्रस्त होने से काश्तकारों को मिट्टी पत्थर लगाकर खेतों तक पानी पहुंचाना पड़ रहा है. जिस कारण काश्तकारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार काश्तकारों ने इसकी शिकायत सिंचाई विभाग, स्थानीय विधायक और जनप्रतिनिधि से की. लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी सिंचाई गूलों की स्थिति जस की तस है.
बता दें कि, 2017 विधानसभा चुनाव के बाद से कोटद्वार नगर क्षेत्र गूलों की हालत जर्जर बनी हुई है. सिंचाई गूलें टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई हैं. जो कुछ बची हुई थी वह भी अवैध खनन से भरे डंपर और ट्रैक्टर ट्रॉली ने तोड़ दी हैं. काश्तकार टूटी हुई गूलों पर मिट्टी पत्थर और प्लास्टिक की पन्नी लगाकर सिंचाई के लिए खेतों तक पानी पहुंचा रहे हैं. लेकिन स्थानीय विधायक, स्थानीय प्रशासन व सिंचाई विभाग ध्यान देने के बजाय कुंभकरणीय नींद में सोए हुए हैं.
ग्रामीण राजाराम अण्थवाल व विवेक शाह का कहना है कि पिछले तीन-चार सालों से सिंचाई गूलों का बुरा हाल है. काश्तकार परेशान हैं. कई बार सिंचाई विभाग को लिखित रूप से अवगत भी कराया गया, लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई सुध नहीं ली गई. काश्तकार टूटी नहरों से पानी खेतों तक पहुंचाने को मजबूर हैं.