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Fake WhatsApp Message: गढ़वाल विवि की कुलपति के नाम पर भेजे जा रहे फेक व्हाट्सएप मैसेज, शिकायत दर्ज

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Published : Feb 3, 2023, 10:22 AM IST

गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल के नाम पर फर्जी नंबरों से व्हाट्सएप मैसेज करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद से विवि के कुलसचिव ने मामले में पुलिस को तहरीर देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है. जबकि पूर्व में भी गढ़वाल विवि की कुलपति के फर्जी व्हाट्सएप और ईमेल आईडी बनाकर कर्मचारियों और अधिकारियों को मैसेज का मामला सामने आया था.

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श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल के नाम पर एक बार फिर अलग-अलग मोबाइल नंबरों पर मैसेज किए जा रहे हैं. जिसके बाद से अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है. इस मामले में विवि के कुलसचिव की ओर से कोतवाली में तहरीर दी गई है. साथ ही आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है.

मामले में सख्त कार्रवाई की मांग:गढ़वाल विवि के कार्यवाहक कुलसचिव प्रो. एनएस पंवार ने श्रीनगर कोतवाली में तहरीर में बताया कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा व्हाट्सएप मैसेज भेजे जा रहे हैं. जिन नंबरों से मैसेज किए जा रहे हैं, उनकी व्हाट्सएप डीपी (डिस्पले पिक्चर) में विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की फोटो लगी हुई है. अज्ञात व्यक्तियों द्वारा व्हाट्सएप मैसेज भेजकर उनकी छवि घूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि अति संवेदनशील एवं गंभीर मामला है.

कार्यवाहक कुलसचिव ने कहा कि इससे पूर्व भी गढ़वाल विवि की कुलपति के फर्जी व्हाट्सएप और ईमेल आईडी बनाकर कर्मचारियों और अधिकारियों को मैसेज करने का मामला सामने आया था. जिसके बाद फिर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा व्हाट्सएप डीपी लगे तीन नंबरों से मैसेज किया जा रहा है. उन्होंने श्रीनगर कोतवाली प्रभारी से अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है.
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मांगों को लेकर कुलसचिव से मिला छात्र संगठन:जय हो छात्र संगठन के लोग मांगों को लेकर गढ़वाल विवि के सहायक कुलसचिव अरविंद कुमार से मिले. इस दौरान छात्र नेता कैवल्य जखमोला, पुनीत अग्रवाल ने कहा कि छात्र-छात्राएं प्रथम वर्ष की सेशनल परीक्षा द्वितीय वर्ष में देते हैं. जबकि तृतीय वर्ष में छात्रों को सेशनल परीक्षा की अनुमति प्रदान नहीं कि जाती है. साथ ही द्वितीय वर्ष की सेशनल परीक्षा करवाने की अनुमति तृतीय वर्ष में दी जाती है. लेकिन तृतीय वर्ष की सेशनल परीक्षा देने को लेकर छात्रों को रि-एडमिशन लेना पड़ता है. जिससे छात्रों का एक साल खराब हो रहा है. उन्होंने छात्रों के भविष्य को देखते हुए जल्द विषम सेमेस्टरों की सेशनल अंक सुधार परीक्षा विषम सेमेस्टर के अनुसार करवाए जाने तथा सम सेमेस्टर की सेशनल अंक सुधार परीक्षा सम सेमेस्टरों के अनुसार कराए जाने को लेकर अनुमति प्रदान करने की मांग की है.

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