कोटद्वार: नगर निगम के कार्यकाल को 8 महीने बीत जाने के बाद भी पार्षद विकास कार्य के लिए रो रहे हैं. पार्षदों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए धन की स्वीकृति नहीं कर रही है. वहीं, उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष ने आरोपों को नकारते हुए बताया कि पार्षदों को नियम कानून का ज्ञान न होने के कारण वे स्वयं विकास कार्यों में रोड़ा बन रहे हैं.
पार्षद और यूडीपी अध्यक्ष में ठनी तनातनी. उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि भाजपा सरकार ने पर्याप्त धन कोटद्वार नगर निगम के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत किया है. पार्षदों को नगर निगम के नियम कानूनों का सही ज्ञान न होने के कारण वह विकास कार्यों में रोड़ा बन रहे हैं. जिस कारण कोटद्वार नगर निगम का विकास कार्य अधर में लटके हुए हैं. कोटद्वार नगर निगम के विकास में सरकार और मेयर कोई दोषी नहीं है, इसके जिम्मेदार स्वयं पार्षद हैं.
उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि जनता को यह जान लेना चाहिये कि भाजपा सरकार ने कोटद्वार नगर निगम को अच्छा फंड दिया है. 2.5 करोड़ रुपये का पहला बजट डेढ़ साल पहले आने के बाद पार्षद अभी तक विकास कार्य नहीं करा पा रहे हैं. पार्षद अपने आप को अधिकारी समझ रहे, जबकि वह सिर्फ पार्षद हैं. पार्षद बोर्ड में सही प्रस्ताव नहीं ला पा रहे हैं, अभी तक बोर्ड बैठकों में जो प्रस्ताव पास हुए हैं, उनमें इस्टीमेट नहीं है, जिस कारण नगर आयुक्त प्रस्ताव को पास नहीं कर रहे हैं. अगर इन प्रस्तावों को पास करने के बाद भविष्य में कोई दिक्कत आती है तो नगर आयुक्त पर गाज गिर सकती है.
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उत्तराखंड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने बताया कि कोटद्वार नगर निगम पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेयर कांग्रेस की है और सरकार भाजपा की है. कोटद्वार नगर निगम की मेयर मृदुभाषी और शालीन स्वभाव की है. नगर अधिकारी भी मेयर को कॉर्पोरेट कर रहे हैं. पार्षदों को नगर निगम के नियम तौर-तरीकों को नहीं जानते, जिस कारण काम रुके पड़े हुए हैं. पिछले डेढ़ वर्षों से जो ढाई करोड़ रुपये का बजट आया है. सिर्फ पार्षदों के कारण ये बजट विकास कार्यों में नहीं लग पाया है.