कोटद्वार:भाबर (Kotdwar Bhabar) को जोड़ने वाले सुखरौ पुल में भारी बारिश (Kotdwar heavy rain) व अवैध खनन के चलते स्पान ने जगह छोड़ दी है. कोटद्वार चिलखाल लालढांग हरिद्वार को जोड़ने वाला एकमात्र पुल के स्पान में भारी गैप आने से पुल कभी भी यातायात के लिए बंद हो सकता है. फिलहाल के लिए यातायात सुचारू तो है, लेकिन अवैध खननकारियों पर प्रशासन ने लगाम नहीं लगायी तो सुखरौ पुल कभी भी जमींदोज हो सकता है.
भारी बारिश और अवैध खनन से सुखरौ पुल के स्पान में आया गैप, जानिए क्या कह रहे जिम्मेदार
भारी बारिश और अवैध खनन के चलते सुखरौ पुल के स्पान में गैप आ गया है. फिलहाल के लिए यातायात सुचारू तो है, लेकिन अवैध खनन करने वालों पर प्रशासन ने लगाम नहीं लगायी तो सुखरौ पुल कभी भी जमींदोज हो सकता है. लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने जानकारी दी कि विभाग के उच्चाधिकारी को मौके पर भेज कर निरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पुल के पिलर का जल्द भराव किया जायेगा.
कोटद्वार सुखरौ पुल (Kotdwar Sukhrau Bridge) को लोक निर्माण विभाग दुगड्डा (Kotdwar Public Works Department) ने बनाया है. सुखरौ पुल भाबर व उत्तर प्रदेश के तत्ला मोटाढांग क्षेत्र की दो लाख आबादी को आवागमन में सुलभता देता है. 2021 में भी भारी बारिश से पुल के पिलरों में कटाव हो गया था. लोक निर्माण विभाग ने तत्काल पिलरों की सुरक्षा के लिए भराव कर दिया था. करीब 385 मीटर लंबा सुखरौ पुल में देर रात पहाड़ी क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से पुल के पिलर में कटाव होने से स्पान में गैप बन गया है.
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लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने जानकारी दी कि विभाग के उच्चाधिकारी को मौके पर भेज कर निरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पुल के पिलर का जल्द भराव किया जायेगा.