कोटद्वार: विधानसभा क्षेत्र में 13 करोड़ रुपए की लागत से 350 मीटर लंबा पुल बना था. मालन पर बने पुल का पिलर बारिश में बह गया था. इससे पुल बीच से टूट गया. इस कारण से कोटद्वार भाबर के 35 गांवों की लगभग 50-60 हजार आबादी का यातायात बंद हो गया है.
मालन पुल टूटने के बाद वैकल्पिक मार्ग का काम शुरू डीएम ने दिए ये आदेश: इस पर जिलाधिकारी पौड़ी डॉक्टर आशीष चौहान ने अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग और वन विभाग लैंसडाउन को तत्काल भाबर क्षेत्र को कोटद्वार शहर से जोड़ने के लिए कण्वाश्रम पीजी कॉलेज कोटद्वार तक यातायात के लिए सुरक्षित बनाने के निर्देश दिए. जिलाधिकारी पौड़ी ने बताया कि कण्वाश्रम कोटद्वार मार्ग लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज से लगे होने के चलते जंगली जानवर हाथी, बाघ और गुलदार का भय बना रहा है. इसके लिए तत्काल वन विभाग सड़क मार्ग पर लगी झाड़ियों को हटाये.
मालन पुल टूटने से 35 गांवों का यातायात बाधित गड्ढा मुक्त होगी कण्वाश्रम से मवाकोट तक रोड: लोक निर्माण विभाग अधीक्षण अभियंता पीएस बृजपाल को निर्देश दिया कि जल्द कण्वाश्रम से मवाकोट तक बनी सड़क को गड्ढा मुक्त किया जाए. लोक निर्माण विभाग और वन विभाग लैंसडाउन डिवीजन ने वैकल्पिक सड़क पर कार्य प्रारम्भ कर दिया है. जिलाधिकारी पौड़ी ने बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के भाबर में नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये हैं.
वैकल्पिक मार्ग से 60 हजार की आबादी को मिलेगी राहत मालन पुल टूटने के बाद वैकल्पिक मार्ग पर काम शुरू: कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मोटाढाक स्थित मालन नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के निर्देशानुसार कोटद्वार वासियों के आवागमन हेतु वैकल्पिक मार्ग मवाकोट-कण्वाश्रम की मरम्मत और चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को प्रत्येक दिन के कार्यों की रिपोर्ट निरंतर देने के निर्देश दिए हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को नदी/नालों में आपदा से क्षतिग्रस्त पुश्तों का निर्माण करवाने सहित अधिकारियों को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने एवं प्रभावितों तक तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए.
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आवश्यकता पड़ने पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर लगाने और सभी विभागों को आपसी सामंजस्य बना कर प्रभावित क्षेत्रों में कार्य करने के निर्देश दिए. मालन पुल बहने पर एक अन्य वैकल्पिक सड़क मार्ग पुरानी कड़ी मार्ग का हल्दूखाता से तल्ला मोटाढाक होते हुए बीएल रोड पर सुधारीकरण का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि भारी बड़े वाहनों के लिए कण्वाश्रम सड़क मार्ग उपयुक्त नहीं हो सकता है. भारी वाहनों से जाम की स्थिति भी बनी रहेगी.
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