पौड़ी: डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी हत्या मामले (ankita bhandari murder case) का खुलासा हो गया. पुलिस ने मामले में वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, घटना के बाद ही अंकिता के गांव में आक्रोश है. अंकिता की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. पिता वीरेंद्र भंडारी व परिजन बेटी के लिए यमकेश्वर के चक्कर काट रहे हैं. घर में पिछले तीन-चार दिनों से कमरों के ताले भी नहीं खुले हैं.
अंकिता भंडारी का परिवार कोविड-19 के बाद से ही अपने पैतृक गांव डोभ श्रीकोट(Ankitas Village Dobh Srikot) में ही रह रहा है. पहले यह परिवार पौड़ी में रहता था. कोरोना काल में काम धंधा छिन जाने व कमरे का किराया न दे पाने के कारण भंडारी परिवार अपने पैतृक गांव चला आया. बताया जा रहा है कि अंकिता की पढ़ाई पौड़ी के एक प्रतिष्ठित स्कूल से हुई. पौड़ी से इंटरमीडिएट करने के बाद वह होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने देहरादून पहुंची. जहां उसने एचएम पूरा करने के बाद होटल इंडस्ट्री में नौकरी करनी शुरू की.
बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी अंकिता. पढे़ं-Ankita Bhandari Murder Case: गुमशुदगी दर्ज कराने वाला रिजॉर्ट मालिक ही निकला हत्यारा, जानिए कब-क्या हुआ?
परिवार का थोड़ा बहुत खर्चा उठाने के लिए वह गंगा भोगपुर के वनंत्रा रिजॉर्ट में काम करने लगी. अंकिता की मां सोनी देवी खेती-बाड़ी व पशुपालन कर परिवार का भरण पोषण करती हैं. उनके पिता भी पशुपालन में ही पत्नी का हाथ बांटते हैं. गांव में ही अंकिता के चाचा व ताऊ समेत तीन परिवार एक साथ रहते हैं.अंकिता के परिजनों के अनुसार वह पौड़ी में किराये के एक मकान पर रहते थे. जहां विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं में काम कर वह अपना गुजारा कर रहे थे. घर की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते वे लोग अपने पैतृक भवन डोभ श्रीकोट आ गये. तब से वे लोग यहीं रहे हैं. अंकिता का एक बड़ा भाई है जो अभी पढ़ाई ही कर रहा है.
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पौड़़ी श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुख्य सड़क से करीब दो किलोमीटर दूर गांव के होने के कारण यहां आने जाने में काफी दिक्कते हैं. अंकिता की मां ने बताया बेटी को जॉब पर गए अभी एक महीना भी नहीं हुआ है, मगर उससे पहले ये सब कुछ हो गया. अंकिता का मां का रो-रोकर बुरा हाल है.ग्रामीण भी उनके घर पर ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं.