पौड़ीःडीएम विजय कुमार जोगदंडे ने मुख्य चिकित्साधिकारी के प्रशासनिक कार्यालय के निर्माणाधीन भवन का स्थलीय निरीक्षण किया. निर्माण कार्य में धीमी प्रगति होने पर डीएम ने कार्यदायी संस्था को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान उन्होंने वाहन पार्किंग समेत निचले तल से ऊपरी तल तक बन रहे समस्त कमरों, स्टोर रूम, शौचालय के कार्यों का अवलोकन करते हुए नक्शे के अनुरूप उसका मापन भी किया.
पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे (Pauri DM Vijay Kumar Jogdande) ने कार्यदायी संस्था पेयजल निर्माण इकाई श्रीनगर को कार्यप्रणाली में सुधार लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि समस्त कमरों में टाइल्स लगाने के साथ ही बेहतर दरवाजे और खिड़की लगाना सुनिश्चित करें. उन्होंने मुख्य कमरों में भी शौचालय बनाने के निर्देश दिए. साथ ही संबंधित अधिकारी को बेहतर गुणवत्ता के साथ कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कार्यदायी संस्था को कहा कि शेष कार्य में तेजी लाते हुए मासिक प्रगति रिपोर्ट भी पेश करें.
वहीं, इस दौरान उन्होंने सबसे ऊपरी मंजिल में कार्य शुरू न होने पर संबंधित अधिकारी को फटकार लगाई. उन्होंने वाहन पार्किंग और दो तलों का कार्य 3 महीने के भीतर पूरा करने को कहा. जबकि, सबसे ऊपरी मंजिला का कार्य मार्च तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए. वहीं, सीएमओ प्रवीण कुमार (CMO Praveen Kumar) ने बताया कि निर्माण कार्य के लिए 4 करोड़ 40 लाख अवमुक्त हुई है. जबकि कार्य पूर्ण करने की समय सीमा आगामी मार्च तक दिया गया है. उन्होंने बताया कि अभी तक निर्माण कार्य का फिलहाल 75 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है.
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पौड़ी में बीडीसी बैठक से जनता का हो रहा मोह भंगःपौड़ी जिले के कोट ब्लॉक में बुधवार को बीडीसी बैठक का आयोजन (BDC meeting in Pauri) किया गया. बैठक में पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया. यहां तक कि इस ब्लॉक की बैठक लीग से हटकर आयोजित की गई थी. बैठक को विकास खंड कार्यालय के बजाय ब्लॉक के दूसरे ही कोने में आयोजित किया गया. जिससे अपनी समस्याओं को सदन में न रखने वाले लोगों को भी मौका दिया जा सके, लेकिन यहां भी लोगों का बीडीसी को लेकर खास उत्साह नहीं दिखा. हालांकि, बैठक में सभी जिला स्तरीय अफसर पहुंचे हुए थे. वहीं, बैठक में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी कम रही.
बैठक में महज 20 शिकायतें ही दर्ज हो पाई. शिकायतें कम थी तो सभी का मौके पर ही निस्तारण किया गया. इस मौके पर विधायक पोरी ने कहा कि ब्लॉक के जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में रखें, जिससे उसका निस्तारण समय पर हो सकेगा. उन्होंने कहा कि अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि समन्वय बनाकर कार्य करें. इस दौरान विधायक ने बीडीसी बैठक के उद्देश्य भी बताए.