श्रीनगर:हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र में रविवार को पारंपरिक गायन शैलियों पर आधारित एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में चैत्र माह में होने वाली परपंराओं पर आधारित गीतों की प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. वंदना थपलियाल उपस्थित रही.
इस मौके पर डॉ. वंदना थपलियाल ने कहा कि संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लोक कला विभाग महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है. उन्होंने विलुप्त होती परंपराओं को सहेजे जाने पर जोर दिया. प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं संस्कृति कर्मी प्रो. डीआर पुरोहित ने चैती परंपरा के बारे में बताया. कार्यक्रम में प्रसिद्ध बेड़ा गायक बचन देई-शिवचरण की नातिन गायिका निधि प्रकाश ने चैती गीतों की प्रस्तुति दी. डॉ. संजय पांडेय व लता तिवारी की जुगलबंदी में चैती गीतों पर लोगों ने खूब लुत्फ उठाया. इस मौके पर डॉ. पांडेय ने कहा कि वह चैती गीतों के संरक्षण व निरंतर इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं.