कोटद्वार: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में आज सात अक्टूबर को दिन काफी अहम रहा. क्योंकि कोर्ट में अंकिता भंडारी को दोस्त के पुष्पदीप की गवाही अहम रही. मृतका अंकिता के दोस्त पुष्पदीप पिछले तीन दिनों से कोटद्वार सिम्मचौड़ स्थित अपर जिला न्यायालय में बयान दर्ज किए जा रहे हैं.
अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) ने दोस्त पुष्पदीप के बयानों को काफी अहम माना था. क्योंकि एसआईटी की जांच में दोस्त पुष्पदीप ने ही सबसे पहले अंकिता भंडारी की हत्या का आशंका जताई थी. अंकिता के अधिवक्ता अजय पंत ने बताया कि हत्या से पहले अंकिता की अपने दोस्त पुष्पदीप से ही मोबाइल और व्हाट्सएप पर बात हुई थी. हालांकि कोर्ट में बचाप पक्ष के वकील ने अंकिता और पुष्पदीप के दोस्त की व्हाट्सएप चैट को अलग एगल देने का प्रयास किया.
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अंकिता के वकील अजय पंत ने बताया कि हत्याकांड के अहम गवाह पुष्पदीप के बयानों पर कोटद्वार कोर्ट मे तीन दिनों तक जिरह की गई. अंकिता हत्याकांड में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. 20 अक्टूबर को अन्य गवाहों के बयानों पर बचाव पक्ष के अधिवक्ता आरोप प्रत्यारोप करेंगे. अंकिता भण्डारी हत्याकांड में जिस तरह से गवाहों के बयान दर्ज हो रहे हैं, उसके आधार पर ये कहा जा सकता है कि 6 माह में अंकिता के परिजनों को न्याय मिल जाएगा.
क्या है पूरा मामला:पौड़ी जिले के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर क्षेत्र में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. 19 साल की अंकिता भंडारी 18 सितंबर 2022 को अचानक वनंत्रा रिसोर्ट से लापता हो गई थी. पुष्पदीप ने ही अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भण्डारी को बताया था कि उनकी बेटी रिसॉर्ट से गायब है.
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बता दें कि वनंत्रा रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने ही घरवालों को गुमराह करने के लिए अंकिता भंडारी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. हालांकि अंकिता का शव करीब एक हफ्ते बाद चीला नहर से मिला था और हत्या का आरोप रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और रिजॉर्ट दो कर्मचारी अंकित और सौरभ पर है.
हत्या का कारण: पुलकित आर्य पर आरोप है कि वो अंकिता भंडारी से रिजॉर्ट में गलत काम करना चाहती था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ इंकार कर दिया था. इसी वजह से अंकिता भंडारी नौकरी छोड़ने वाली थी. पुलकित आर्य का डर था कि नौकरी छोड़ने के बाद अंकिता उसकी पोल खोल देगी और हत्या की रात इस बात को लेकर दोनों के बीच बहस भी हुई.
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आरोप है कि झगड़े के बाद पुलकित आर्य, अंकिता को लेकर ऋषिकेश की तरफ गया और उसे फिर से गलत काम करने के लिए मानने की कोशिश की, लेकिन अंकिता ने फिर से मना कर दिया और यहां भी दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ. आरोप है कि वहीं पर पुलकित आर्य ने अंकिता को चीला नहर में धक्का दे दिया, जिससे अंकिता की मौत हो गई. इस काम में अंकित और सौरभ ने भी पुलकित आर्य का साथ दिया.