पौड़ी: जिला मुख्यालय और पर्यटन नगरी पौड़ी में 15 सालों बाद भी निर्माणाधीन पौड़ी बस अड्डे का काम पूरा नहीं हो पाया है. यहां के लोग आज भी इसके निर्माण की बाट जोह रहे हैं. कई सरकारें और गईं, मगर आजतक इस बस अड्डे का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है.
इस बस अड्डे के निर्माण लागत अपनी अनुमानित लागत से तीन गुना पहुंच गई है. साल 2006 में इस बहुमंजिला बस अड्डे के निर्माण के लिए नारायणदत्त तिवारी सरकार ने 4.52 करोड़ रुपये की धनराशि अवमुक्त की थी. इसका निर्माण कार्य वर्ष 2011 में जाकर शुरू हुआ.
अड्डे के भूतल का निर्माण होने के बाद वर्ष 2012 में प्रदेश सरकार ने फिर 2.26 करोड़ की राशि पालिका प्रशासन को दी. इसके बाद अड्डे के प्रथम तल की छत का लेंटर डाले जाने के साथ अन्य कार्य किए गए, लेकिन बाद में प्रदेश सरकार से धनराशि न मिलने पर वर्ष 2014 से वर्ष 2017 तक निर्माण कार्य नहीं हो पाया. मई 2019 में प्रदेश सरकार ने 1.57 करोड़ की धनराशि की घोषणा पर 57 लाख अवमुक्त की. जिसके बाद अड्डे के द्वितीय तल की छत का लेंटर डाला गया.