महिला आरक्षण बिल पर अनुकृति गुसाईं के मुखर बोल कोटद्वार: लैंसडाउन से कांग्रेस प्रत्याशी रहीं एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं ने महिला आरक्षण बिल पास होने पर उसका समर्थन किया है. अनुकृति का कहना है कि महिला प्रधान देश में महिलाएं हर क्षेत्र में भारत वर्ष के विकास में पॉलिसी मेकर बनें. महिला आरक्षण बिल के अध्ययन से पता लगता है कि इसकी प्रक्रिया कब पूर्ण होगी.
महिला आरक्षण बिल पर अनुकृति गुसाईं की प्रतिक्रिया:अनुकृति गुसाईं ने कहा कि महिला आरक्षण बिल के जानकार कहते हैं कि बिल पूर्णतः 2029 में भारत में लागू किया जायेगा. केन्द्र की सरकार महिलाओं के साथ छलावा कर रही है. केन्द्र सरकार की नीयत में खोट नहीं है तो बिल को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले लागू कर देना चाहिए.
अनुकृति गुसाईं ने बीजेपी को लिया आड़े हाथ:हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं रावत ने कहा कि बिल 1989 में राजीव गांधी ने राज्यसभा में इस बिल का प्रस्ताव रखा था. तब बीजेपी के बड़े नेताओं ने ही इस प्रस्ताव का विरोध किया था. यह बिल उस समय पारित हो सकता था, लेकिन उनके नेता ऐसा नहीं चाहते थे. उन्होंने कहा कि निकाय पंचायत चुनाव में 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाली कांग्रेस सरकार है. अनुकृति गुसाईं ने कहा कि 2010 में डॉ मनमोहन सिंह की सरकार में महिला आरक्षण के खिलाफ विपक्षी पार्टी भाजपा ने सदन से वॉकआउट किया था.
अंकिता भंडारी मर्डर केस पर अनुकृति का बयान:वहीं एक तरफ भारतीय जनता पार्टी महिला आरक्षण बिल ला रही है, वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी साथ हुए जघन्य अपराध के अपराधियों का सरकार बचाव कर रही है. उत्तराखंड में महिला बेटी सुरक्षित नहीं हैं. खुद सत्ताधारी पार्टी के लोग महिलाओं के साथ जघन्य अपराध कर रहे हैं. अनुकृति ने आरोप लगाया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता आरोपियों को न्यायालय से बचाने में लगे हुए हैं.
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