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कारगिल विजय दिवसः CM धामी ने वीर सपूतों को किया नमन, पौड़ी में धन सिंह ने दी श्रद्धांजलि

देश में हर साल 26 जुलाई यानी आज के दिन कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है. कारगिल विजय दिवस भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है. 23 साल पहले आज ही के दिन भारतीय सेना के जांबाजों ने 18 हजार फीट की ऊंचाई पर पाकिस्तानी सैनिकों के दांत खट्टे कर दिए थे. देशभर के साथ-साथ उत्तराखंड में भी कारगिल के शहीदों को नमन किया जा रहा है.

Kargil Vijay Diwas
कारगिल विजय दिवस

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Published : Jul 26, 2022, 1:46 PM IST

Updated : Jul 26, 2022, 3:10 PM IST

देहरादूनःकारगिल विजय दिवस के मौके पर देशभर में वीर सपूतों को याद किया जा रहा है. सैन्य भूमि उत्तराखंड में भी कारगिल के शहीदों को नमन किया जा रहा है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल युद्ध में अपने अद्वितीय शौर्य और पराक्रम से दुश्मन को धूल चटाने वाले सभी वीर सैनिकों की मातृभूमि के प्रति निष्ठा और समर्पण को शत्-शत् नमन किया.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर देहरादून के गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक स्थल पर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों व वीरांगनाओं को सम्मानित भी किया. इसके बाद सीएम धामी ने शहीदों के परिजनों और वीरांगनाओं को संबोधित करते हुए कहा कि 'मैं खुद एक सैनिक परिवार से हूं. इसलिए वीरों की वीरता को समझता हूं. कारगिल के युद्ध में वीरों की राष्ट्रभक्ति अपने चरम पर थी. उनका साहस ही था जिसके बल पर युद्ध जीता गया.

CM धामी ने कारगिल के वीर सपूतों को नमन किया.

मंत्री धन सिंह ने किया सम्मानितःवहीं, उत्तराखंड के हर जिले में कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया. पौड़ी जिला मुख्यालय में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत व क्षेत्रीय विधायक राजकुमार पोरी ने कारगिल शहीदों की श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने शहर के मुख्य मार्गों पर प्रभात फेरी निकालकर वीर शहीदों के नाम के जयकारे लगाए. कार्यक्रम के दौरान थलीसैंण निवासी कारगिल शहीद मंगत सिंह और पौड़ी के भितांई गांव निवासी शहीद कुलदीप सिंह के परिजनों को सम्मानित किया गया.

वीरांगनाओं का सम्मानः नैनीताल के हल्द्वानी शहर में ठंडी सड़क के पास शहीद स्मारक पर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. पुलिस जवानों ने शहीदों को सलामी दी. इस मौके पर शहर के गणमान्य लोगों ने शहीदों को याद किया. उन्होंने कहा कि कुमाऊं और गढ़वाल रेजीमेंट के वीर जवानों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. इस मौके पर शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया.
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अल्मोड़ा के 7 वीरों ने दी थी शहादतःकारगिल में मिली जीत को आज 23 साल पूरे हो गए हैं. पूरा देश कारगिल के शहीदों को सलाम कर रहा है. देश कारगिल की जीत को शौर्य दिवस के रूप में मना रहा है. अल्मोड़ा के भी 7 वीर जवानों ने कारगिल युद्ध में अपनी शहादत दी थी. कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ पर अल्मोड़ा के कैंट क्षेत्र स्थित शहीद स्मारक पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि एवं पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. साथ ही अल्मोड़ा की सैन्य टुकड़ी द्वारा शहीदों के सम्मान में सलामी दी गई. डीएम वंदना ने कारगिल में शहीद वीर सपूतों के परिजनों, वीरांगनाओं व घायल जाबांजों को सम्मानित किया.

ऋषिकेश के जांबाजों को नमनः प्रदेशभर के साथ साथ राजधानी देहरादून में भी कारगिल के शहीदों की वीरगाथाओं शौर्य दिवस के रूप में याद किया गया. ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनिता ममगाईं ने कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि एवं श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया. अनिता ममगाईं ने देवभूमि के लाल शहीद मनीष थापा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्वांजलि दी. वहीं, कारगिल शहीद कैप्टन अमित सेमवाल के स्मारक पर श्रद्वा सुमन अर्पित किए. महापौर ने कहा कि शहीदों की कुर्बानी की बदौलत ही देश सुरक्षित है. उन्होंने जांबाज वीर शहीदों को जन्म देने वाली माताओं को नमन किया.

Last Updated : Jul 26, 2022, 3:10 PM IST

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