कोटद्वार: बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए जिला प्रशासन ने तीन नदियों में छह जगहों पर रीवर ट्रेनिंग के तहत चैनलाइज का काम जल्द ही शुरू करने जा रहा है. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसके तहत नदियों से रीवर बेड मेटेरियल (आरबीएम) हटाने के लिए खुली बोली एक सप्ताह के भीतर तहसील परिसर में की जाएगी.
बाढ़ से कोटद्वार भाबर की आबादी को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने खोह, सुखरो, सिगड्डी स्रोत नदी में रीवर ट्रेनिंग नीति के अनुसार चैनेलाइज का कार्य शुरू करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली है. नदियों से आरबीएम हटाने के लिये खुली बोली एक सप्ताह के अंदर तहसील परिसर में की जायेगी.
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि चैनलाइज का कार्य बिना मशीनों का संभव नहीं है. जिसके कारण नदियों में जमा रीवर बेड मेटेरियल हटाने के लिए मशीनों की उपयोग की अनुमति इस बार शासन ने ही प्रदान कर दी है. चैनलाइज के कार्य से बाढ़ का खतरा काफी हद तक टल जाता है.