पौड़ी/श्रीनगर: प्रदेश में पिछले कई दिनों से जंगल धू-धू कर जल रहे हैं. जंगलों में लगी आग इतनी भीषण है कि सरकार ने केंद्र से इसे बुझाने के लिए मदद मांगी है. आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं. कुमाऊं और गढ़वाल दोनों क्षेत्रों के जंगल लगातार जल रहे हैं. जिसके कारण वन संपदा के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा. जंगलों में आग लगने के कारण जंगली जानवर रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं, जिसके कारण मानव वन्य जीव संघर्ष बढ़ रहा है.
पौड़ी शहर के आसपास के क्षेत्रों में लगातार आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. ऐसे में वन विभाग समय-समय पर संसाधनों की कमी के बावजूद भी अपने हर संभव प्रयासों से जंगलों में लगने वाली आग पर काबू पा रहा है. पौड़ी खिर्सू मोटर मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर आग लगने की सूचना के बाद वन विभाग की टीम आग पर नियंत्रण पाने के लिए मौके पर पहुंची. रेंजर पौड़ी अनिल कुमार भट्ट ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि इस बार बारिश कम होने और जंगलों में सूखापन अधिक होने के चलते जंगलों में आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. साथ ही शरारती तत्वों के कारण ही जंगलों में आग लग रही है. अन्यथा जंगलों में आग लगने की घटनाएं इतनी अधिक नहीं होती.
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उन्होंने बताया कि उनका प्रयास रहता है कि जंगलों को आग से बचाया जा सके. वहीं पौड़ी के प्रसिद्ध शूटर जॉय हुकिल ने बताया कि जंगलों में लगातार लगने वाली आग से अब जंगलों में रहने वाले वन्यजीवों को भी भारी नुकसान हो रहा है. जब वन्य जीवों का घर और भोजन जलकर खाक हो जाएगा तो स्वाभाविक है कि वह आवासीय बस्तियों की तरफ आकर मानव को अपना शिकार बनाएंगे. जिससे कि मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष होना भी लाजमी है.