देहरादून:पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा सीट पर इस बार भी महिला प्रत्याशी का वर्चस्व बरकरार रहा है. यहां से बीजेपी प्रत्याशी रेणु बिष्ट ने अपनी जीत दर्ज कराई है. राज्य गठन के बाद से ही यमकेश्वर विधानसभा सीट का इतिहास रहा है कि यहां से कभी भी कोई पुरुष प्रत्याशी नहीं जीता है. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में भी प्रत्याशी रेणु बिष्ट ने कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र सिंह रावत को करीब 6 हजार वोट से हराया है.
यमकेश्वर विधानसभा सीट पर एक नजर:उत्तराखंड राज्य गठन के बाद प्रदेश में ये पांचवां विधानसभा चुनाव था. इस चुनाव में पौड़ी जिले की यमकेश्वर विधानसभा सीट पर महिला प्रत्याशी ही जीती है. यहां पिछले 21 सालों से महिला प्रत्याशी ही जीतती आ रही है. यमकेश्वर विधानसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो 2002 के पहले विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी की विजय बड़थ्वाल जीती थीं.
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विजया बड़थ्वाल की हैट्रिक: विजया बड़थ्वाल ने 2002 में कांग्रेस की सरोजिनी कैंतुरा को 1,447 वोटों से हराया था. वहीं 2007 में उन्होंने कांग्रेस की रेणु बिष्ट को 2,841 मतों से हराया और 2012 में फिर से जीत दर्ज की थी, इस बार वो 3541 वोट से जीती थीं.
विजया बड़थ्वाल पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी और रमेश पोखरियाल निशंक की सरकारों में कैबिनेट मंत्री भी रही हैं. हालांकि 2017 में बीजेपी ने विजया बड़थ्वाल को टिकट नहीं दिया और उनकी जगह पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी को चुनावी मैदान में उतारा. 2017 में यमकेश्वर विधानसभा सीट पर ऋतु खंडूड़ी ने अपनी जीत दर्ज की थी.
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रेणु बिष्ट ने दर्ज की जीत: इस बार बीजेपी ने रेणु बिष्ट को मैदान में उतारा था. 2017 में रेणु बिष्ट निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरी थीं. उन्हें कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था. निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी रेणु बिष्ट दूसरे नंबर पर रही थीं, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार शैलेंद्र सिंह रावत तीसरे नंबर पर रहे थे. रेणु बिष्ट ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में अपनी जीत दर्ज कराकर यमकेश्वर विधानसभा सीट की प्रतिष्ठा 'महिलाओं के गढ़' के रूप में बना कर रखी है.