धारी देवी मंदिर घंटी विवाद में कूदी भैरव सेना. श्रीनगर: धारी देवी मंदिर में लगी घंटियों की नीलामी का विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. अब इस विवाद में भैरव सेना भी कूद गई है. आज हरिद्वार से धारी देवी मंदिर पहुंचे भैरव सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. साथ ही धारी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई गयी घंटियों की नीलामी का विरोध किया. भैरव सेना ने धारी देवी मंदिर समिति और प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर घंटियों को नीलाम किया गया तो, भैरव सेना सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर होगी.
धारी देवी मंदिर में भैरव सेना के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुबह से ही पुलिस सहित तहसील प्रशासन के अधिकारी मंदिर में मौजूद रहे. इस दौरान कोतवाली श्रीनगर से एसएसआई संतोष पैथवाल और तहसीलदार श्रीनगर श्रेष्ठ गुनसोला भी धारी देवी में मौजूद रहे.
महामंडलेश्वर गुरु ओगेंद्र नाथ ने कहा धारी देवी मंदिर न्यास श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खेल रही है. मंदिर न्यास को घंटियों की नीलामी नहीं करनी चाहिए. इन घंटियों को मंदिर के दो किलोमीटर लंबे रास्ते के दोनों तरफ लगा देना चाहिए. ऐसा ना होने पर मंदिर न्यास का राज्य भर में विरोध किया जाएगा.
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भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री, राज्य अध्यक्ष सागर कुमार ने कहा आज धारी देवी न्यास के सदस्यों का विरोध किया गया. जब तक मंदिर न्यास घंटियों की नीलामी पर पूरी तरह से रोक नहीं लगाएगा, तब तक विरोध जारी रहेगा. आज सिर्फ श्रीनगर में विरोध किया गया है, लेकिन घंटियों की नीलामी होने पर पूरे प्रदेश में धारी देवी न्यास का विरोध किया जाएगा.
बता दें कि मां धारी देवी पुजारी न्यास की ओर से मंदिर में चढ़ाई गई घंटियों की नीलामी होनी थी, लेकिन इससे पहले ही कुंजु धुनार के वंशज सुमन कुमार ने पौड़ी डीएम आशीष कुमार और श्रीनगर एसडीएम अजयवीर सिंह से इस प्रक्रिया को रोकने की मांग कर डाली. सुमन के अनुसार, मंदिर में भक्तों की ओर चढ़ाई गई घंटियां लोगों के विश्वास और खुशहाली का प्रतीक हैं. इनको सिर्फ पीतल का सामान नहीं माना जा सकता है. तब से अब तक घंटियों की नीलामी को रोका गया है.