श्रीनगर: पौड़ी जिले का शिक्षा विभाग भले ही शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लाख दावे करता हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. नैनीडांडा विकासखंड में हल्दुखाल का राजकीय प्राथमिक विद्यालय और संकुल संसाधन केंद्र दोनों जीर्ण-शीर्ण हालत में है, लेकिन 7 साल बीत जाने के बाद भी शिक्षा विभाग ने जर्जर भवनों की हालत सुधारने की कभी भी जहमत नहीं उठाई. आलम ये है कि जीर्ण-शीर्ण छत के नीचे ही नौनिहाल जान हथेली पर रखकर ज्ञान अर्जित करने को मजबूर हैं.
समस्या की ओर शिक्षा विभाग नहीं दे रहा ध्यान:संकुल प्रभारी कई बार शिक्षा विभाग का ध्यान इस गंभीर समस्या की तरफ केंद्रित करने के लिए पत्र लिख चुके हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के आला अधिकारी सब कुछ जानकार भी अनजान बनते रहे. प्राथमिक विद्यालय के साथ-साथ संकुल संसाधन केंद्र की छत और दीवार इतनी खोखली हो चुकी है कि कभी भी यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है और इसी डर के साए में छात्र भी जी रहे हैं, लेकिन फिर भी शिक्षा अधिकारी कुंभकर्ण की नींद में सो रहे हैं.