पौड़ी/श्रीनगर: सिस्टम पर अफसरों की लेटलतीफी इस कदर हावी हो चुकी है कि जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. अफसरों में लापरवाही और टालमटोल करने की आदत ऐसी पढ़ चुकी है कि आपदा में सुरक्षा के कार्याें को भी नजर अंदाज किया जा रहा है. इसी लापरवाही के चलते कोटद्वार स्थित मालन नदी पर बना पुल ढह गया. जिसके बाद कोटद्वार विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने नदी पर सुरक्षा दीवार निर्माण को लेकर आपदा सचिव को जमकर फटकार लगाई. कहा कि नदी पर सुरक्षा दीवार निर्माण को लेकर आपदा सचिव की ओर से लापरवाही बरती गई है.फोन पर बात करते हुए ऋतु खंडूड़ी भूषण काफी गुस्से में नजर आई. जिसको लेकर कोटद्वार विधायक ने आपदा सचिव से जवाब मांगा है.
ऋतु खंडूड़ी ने फोन पर लगाई फटकार:पौड़ी जिले के कोटद्वार में भारी बारिश के चलते बीती गुरूवार को मालन नदी पर बना पुल ढह गया. जिससे कोटद्वार और भाबर क्षेत्र के दर्जनों गांवों का संपर्क एक-दूसरे से कट गया. घटना की सूचना मिलते ही कोटद्वार विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पुल का निरीक्षण किया. नदी पर सुरक्षा दीवार नहीं होने के चलते बरसाती पानी के तेज बहाव में पुल ढह गया. इस लापरवाही पर कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी जमकर गुस्सा हुईं. उन्होंने अपनी ही सरकार के आपदा प्रबंधन सचिव डॉ. रंजीत सिन्हा को फोन पर जमकर फटकार लगाई.
ऋतु खंडूड़ी ने बताई पुल की अहमियत:ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि पुल ढह जाने की सारी जिम्मेदारी आपकी है. कहा कि मालन नदी पर पहले से ही सुरक्षा दीवार निर्माण को लेकर आपदा सचिव से पत्राचार किया गया था. यहां तक बतौर विधानसभा अध्यक्ष और विधायक उन्होंने भी नदी पर सुरक्षा दीवार हेतु प्रस्ताव भेजा था. जिसे सिरे से खारिज कर दिया गया और कहा गया कि यह मानकों पर खरा नहीं उतरता. ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि अब जब पुल ढह गया है कि दीवार निर्माण की अहमियत सामने आ रही है. कहा कि इस पुल के माध्यम से कोटद्वार और भाबर क्षेत्रों के दर्जनों गांवों को जोड़ा हुआ था. जो कि अब अलग-थलग हो चुके हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने तत्काल मालन नदी में आवागमन हेतु वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.