देहरादून/हरिद्वार/कोटद्वार/टिहरी/पौड़ी/रामनगर/रुद्रप्रयाग/धनौल्टी: उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी (Assembly Speaker Ritu Khanduri Bhushan) ने राज्यवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए पर्यावरण के संरक्षण के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को अच्छा पर्यावरण मिले इसके लिए हमें संकल्प लेना होगा. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी हरेला पर्व का बहुत महत्व है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड चिपको आंदोलन की भूमि है और यहां से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रभावी संदेश जाना चाहिए.
लोकपर्व हरेला के अवसर पौड़ी में वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण कर पर्व मनाया गया. इस मौके पर जनपद मुख्यालय स्थित बुआखाल मार्ग, नागदेव रेंज हनुमान मंदिर वन पंचायत भूमि पर क्षेत्रीय विधायक राजकुमार पोरी की अध्यक्षता में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार के फलदार और अन्य पौधे लगाये गये.
टिहरी में धूमधाम से मनाया गया हरेला पर्व: टिहरी में भी हरेला पर्व धूमधाम से मनाया गया. टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय और जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार सहित जिले के कई अधिकारियों ने पिकनिक स्पॉट पहुंच हरेला पर्व कार्यक्रम मनाया. साथ ही हजारों की तादाद में पेड़ लगाए. इस मौके पर किशोर उपाध्याय ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को पेड़ लगाना चाहिए. क्योंकि पेड़ हैं, तो हम जिंदा हैं. पेड़ो से हमें हवा मिलती हैं जिससे हमारे शरीर का संचार होता है.
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हरिद्वार जिला कारागार में पौधरोपण कर हरेला पर्व मनाया गया. जेल में बंद कैदियों ने मिलकर 108 पौधे लगाए. इस दौरान कैदियों में भी उत्साह देखने को मिला है. इस मौके पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने कहा कि हरेला को हरियाली से समृद्धि को जोड़ने वाले पर्व के रूप में मनाते है. हरे का मतलब होता है. हरेला पर्व भगवान शिव और पार्वती की पूजा करने के लिए सावन में मनाया जाता है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने किया पौधारोपण महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने किया पौधरोपण:महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने हरेला पर्व पर बधाई देते हुए कहा कि हरेला पर्व प्रकृति से इंसानों को जोड़ने वाला पर्व है. श्रवण मास में मनाए जाने वाला हरेला सामाजिक रूप से अपना विशेष महत्व रखता है. हरेला पर्यावरण को दर्शाता है. श्रावण मास भगवान शिव को बहुत प्रिय है. उन्होंने कहा कि हरेला उत्तराखण्ड की संस्कृति जल जंगल और जमीन से जुड़ा पर्व है.
पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने किया पौधरोपण:रामनगर में क्षेत्रीय सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की बधाई दी. उन्होंने कहा कि हरेला पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह पर्व प्रकृति और पर्यावरण के संगरक्षण को समर्पित है. उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी ने भी आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रकर्ति संवर्धन एवं संरक्षण के लिए देशवासियों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने का आह्वान किया है.
रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के नेतृत्व में जिला प्रशासन, वन विभाग, ग्राम पंचायत, स्वयं सहायता समूह एवं स्कूली छात्र-छात्राओं ने ग्राम पंचायत फलई में वृहद पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया. कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने रूद्राक्ष का पौधा रोपण कर किया. इस मौके पर जिलाधिकारी ने बताया कि हरेला कार्यक्रम के तहत एक लाख आठ हजार दो सौ बाईस पौधे लगाने का लक्ष्य है. हरेला के मौके पर जनपद में सभी विभागों, शिक्षण संस्थानों, ग्राम पंचायतों, वन पंचायतों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में भी पौधारोपण किया गया.
धनौल्टी में भी वन विभाग व धनौल्टी इकोपार्क समिति ने इकोपार्क अम्बर के शान्तिकुंज से वृहद वृक्षारोपण की शुरुआत की, जिसमें बांज, बुरांश, देवदार के पौधों का रोपण किया गया. यह अभियान 15 अगस्त तक एक उत्सव मनाने के रूप में चलाया जाएगा.
देहरादून में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने किया पौधारोपण:देहरादून में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाया. इस मौके पर करन माहरा ने कहा कि हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है कि वृक्षारोपण करने के बाद लगाए गए वृक्षों का संवर्धन किया जाए. उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पौधे लगाकर छोड़ दिए जाए तो उससे ये अभियान सफल नहीं हो पाता. सरकार के पास तो इतना बड़ा सेटअप है कि 100 में से 80 प्रतिशत पौधों का संरक्षण और विकास कर सकती है. उन्होंने कहा कि हरेला पर्व सनातन धर्म सनातन धर्म से जुड़ा हुआ पर्व है.