पौड़ी:स्कूली समय से ही होनहार छात्रा रही अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari murder case) का सपना केवल अपने माता-पिता व भाई के लिए ही समर्पित था. अंकिता का सपना गांव में ही दो कमरों का एक छोटा सा घर बनाने का था, जो कि सपना बनकर ही रह गया. पौड़ी ब्लॉक के डोभ श्रीकोट कस्बे के एक छोटे से गांव की रहने वाली अंकिता भंडारी अपने माता-पिता के लिए गांव में ही एक छोटा सा नया घर (Ankita Bhandari wanted to build a new house) बनाना चाह रही थी. अंकिता की इस बात का माता-पिता को बेहद अफसोस है कि अंकिता का सपना पूरा नहीं हो सका. यह बात अंकिता के माता पिता ने कही.
भंडारी दंपति (Ankita Bhandari Parents) ने बताया कि बेटी अपने पैतृक गांव में सपनों का घर बनाना चाह रही थी. इसके लिए अंकिता से इसी साल के जनवरी महीने में घर के पीछे वाली जगह पर पत्थर भी निकलवाए थे. डोभ श्रीकोट के जिस पैतृक घर में अंकिता रहती थी, वह घर पटाल व मिट्टी का बना है, जो कि उनके दादा-परदादा के जमाने का है. खेती बाड़ी व दूध बेचकर घर की आजीविका चलाने वाले भंडारी दंपति के लिए घर बनाना किसी चुनौती से कम नहीं है. लेकिन होनहार अंकिता के लिए यह काम बड़ा नहीं था. पौड़ी से करीब 88 फीसदी नंबरों से इंटरमीडिएट करने के बाद अंकिता ने देहरादून से होटल मैनेजमेंट का कोर्स (hotel management course from dehradun) किया था. इसके बाद वह वनंत्रा रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट कार्यरत थी.
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