श्रीनगर गढ़वाल: श्रीनगर के आईटीआई घाट उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. भाई ने बहन अंकिता के चिता को मुखाग्नि दी है. वहीं, इससे पहले अंकिता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को लेकर नाराज लोगों ने बदरीनाथ-ऋषिकेश हाईवे को जाम कर दिया था. बताया जा रहा है कि अंकिता का परिवार पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं थे और परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था.
हालांकि, सीएम और जिला प्रशासन के समझाने पर परिवार अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुआ, जिसके बाद श्रीनगर के आईटीआई घाट पर अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस दौरान भारी भीड़ घाट पर अंकिता को विदाई देने के लिए जुटी रही.
श्रीनगर में अंकिता भंडारी का हुआ अंतिम संस्कार. वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा (CM Dhami statement on Ankita Bhandari Muder) है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराएंगे और पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से हरसंभव सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध में जो भी लिप्त होगा, उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. मामले में एसआईटी जांच कर रही है. उन्होंने लोगों से जांच में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि एक बेटी के साथ ऐसी घटना हुई है. ऐसे में लोगों का आक्रोशित होना भी स्वाभाविक है.
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बता दें कि, पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. जो बीती 18 सितंबर को रहस्यम तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.