श्रीनगरः प्रदेश में बंद हो चुकी 'खुशियों की सवारी' एक बाद फिर शुरू हो गई है. सूबे के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने इस एंबुलेंस सेवा को पौड़ी से हरी झंडी दिखाकर फिर से री-लॉन्च कर दिया है. यह सेवा 5 साल पहले बंद हो गई थी. अब इसके संचालन से गर्भवती महिलाओं को काफी लाभ मिलेगा. योजना के तहत एंबुलेंस महिलाओं को निःशुल्क घर से अस्पताल और अस्पताल से घर तक छोड़ेगी. वहीं, पौड़ी जिले को 11 एंबुलेंस मिली हैं.
जिला अस्पताल पौड़ी में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री धन रावत ने बतौर मुख्य अतिथि की. इस दौरान उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना कर खुशियों की सवारी को अपने विधानसभा क्षेत्र खिर्सू के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस योजना के तहत जिले को 11 खुशियों की सवारी एंबुलेंस मिली है. अब गर्भवती महिलाएं एंबुलेंस सेवा के लिए टॉल फ्री नंबर 102 पर कॉल कर सकते हैं. जिसके बाद खुशियों की सवारी गर्भवती महिला को लाने के लिए उनके घर तक पहुंचेगी. साथ ही जच्चा-बच्चा को घर तक भी छोडे़गी.
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वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि राज्य में साल 2016 से खुशियों की सवारी एंबुलेंस सेवा बंद हो गई थी. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद खुशियों की सवारी के बारे में जानकारी ली. जिस पर विभाग की ओर से बताया गया कि टेंडर प्रक्रिया न होने से यह सेवा बंद कर दी गई है. जिसके बाद उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके संचालन पर जोर दिया.