कोटद्वार: जुलाई माह की भीषण आपदा में 13 करोड़ की लागत से मालन नदी के ऊपर बना 300 मीटर लंबा पुल बह गया था. पुल बहने के बाद कोटद्वार, भाबर के 7 से 8 गांवों के ग्रामीणों का संपर्क शहर से कट गया है. अगस्त माह में लोक निर्माण विभाग और कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी के प्रयास से वैकल्पिक मार्ग तल्ला मोटाढ़ांग से हल्दूखाता बनाया गया. लेकिन ये मार्ग स्थानीय लोगों को 4 किमी की अतिरिक्त यात्रा करा रहा है. ऐसे में स्थानीय लोगों की मांग पर मालन पुल के समीप हल्दूखाता से मोटाढ़ांग तक वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया जा रहा है. इससे स्थानीय लोगों को अतिरिक्त यात्रा नहीं करनी पड़ेगी.
भाजपा जिलाध्यक्ष विरेंद्र रावत और ग्रामीणों के सहयोग से मालन नदी पुल के समीप से वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया जा रहा है. ये मार्ग हल्दूखाता से मोटाढ़ांग तक वैकल्पिक मार्ग के तौर पर तैयार किया जा रहा है. ये मार्ग पैदल और छोटे वाहनों के यातायात के लिए तैयार किया जा रहा है. विरेंद्र रावत ने बताया कि मार्ग दो दिन में तैयार कर लिया जाएगा. जबकि दूसरी तरफ पुल के समीप बनाया गया तल्ला मोटाढ़ांग से हल्दूखाता तक का वैकल्पिक मार्ग को पक्का मार्ग बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग कोटद्वार को 70 लाख रुपए स्वीकृत हो चुके हैं.
ये भी पढ़ें:Malan Bridge News: मालन पुल टूटने से 60 हजार की आबादी का रास्ता बंद, वैकल्पिक मार्ग पर काम शुरू