पौड़ी: पौड़ी जिला पंचायत में आरोप-प्रत्यारोप फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. जिला पंचायत की थैर सीट से सदस्य गौरव रावत ने जिला पंचायत में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों के साथ डीएम कार्यालय के बाहर धरना दिया.
Allegations on District Panchayat: 'उत्तराखंड सरकार से बैर नहीं, जिला पंचायत में भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं'
पौड़ी जिला पंचायत में लंबे समय से भ्रष्टाचार को लेकर आरोप लगते रहे हैं. जिनको लेकर समय-समय पर धरना प्रदर्शन किये जा चुके हैं. लेकिन इसके बाद भी सुधार की कोई गुंजाइश दिखाई नहीं दे रही है. अगर आगे भी ऐसा चलता रहा तो प्रदर्शनकारी न्यायालय की शरण ले सकते हैं.
मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन: “उत्तराखंड सरकार से बैर नहीं, जिला पंचायत में भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं” जैसे नारे के साथ आक्रोशित सदस्य गौरव रावत ने यमकेश्वर विधायक और चांदपुर सीट से जिला पंचायत सदस्य अमन बिष्ट समेत अन्य ग्रामीणों के साथ कलक्ट्रेट परिसर के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि जिला पंचायत में भ्रष्टाचार व्याप्त है. उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा अन्य सदस्यों को साथ लेकर अपने आवास में गुपचुप तरीके के साथ एक आपातकालीन बैठक आयोजित की गई. इसके बाद अध्यक्ष समेत सभी सदस्यों ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया. उन्होंने कहा कि इन सब क्रियाकलापों की जिला पंचायत की ओर से उन्हें पूर्व में कोई जानकारी नहीं दी गई.
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इसके पूर्व भी हुआ रक्त संबंधी कानून का उल्लंघन: गौरव रावत ने कहा कि अपर मुख्य अधिकारी द्वारा नियोजन समिति के समक्ष निर्माण कार्यों के सारे दस्तावेजों की जानकारी रखे जाने की बात भी जिला पंचायत द्वारा झूठ कहा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अपर मुख्य अधिकारी लंबे समय से कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए हैं. गौरव ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा खुद इस बात को स्वीकार किया गया कि पूर्व में रक्त संबंधी कानून का उल्लंघन हुआ है. साथ ही इस कानून को दरकिनार करते हुए अपने चेहेतों को बड़े-बड़े कार्यों के ठेके दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे न्यायालय की शरण में भी जाएंगे.