श्रीनगर: अलकनंदा नदी पर बांध बनाये जाने और अत्यधिक पानी रोके जाने से अलकनंदा नदी एक बार फिर लगभग निर्जल हो गयी है. नदी का जलस्तर इतना कम हो गया है कि नदी नाले की तरह दिखाई दे रही है. हालात इतने बुरे हैं कि लोगों नदी में शवदाह करने में भी बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार तो अधजले शव नदी में छूट जाते हैं, जिनसे संक्रमण का खतरा भी बना रहता है.
श्रीनगर : नाले के रूप में बह रही अलकनंदा नदी. दरअसल, इन दिनों सर्दियों का मौसम भी है. जिसके कारण नदी का जलस्तर वैसे भी सामान्य रूप से कम होता है. मगर इसके साथ-साथ श्रीनगर जल विद्युत परियोजना अलकनन्दा नदी का पानी बिजली बनाने के लिए रोके हुए है. जिसके कारण नदी में पानी ना के बराबर बह रहा है.
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जिसके चलते श्रीनगर में नदी एक पतली धारा के रूप में दिखाई पड़ रही है. ऐसे में नदी पूरी तरह सूखने के कगार पर पहुंच गयी है. श्रीकोट एवं श्रीनगर के मध्य जल संस्थान का पम्प लगे हुए हैं. हालत इस कदर खराब हो रहे हैं कि पंपों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. अलकनंदा नदी की इस दशा को देखकर प्रकृति प्रेमी निराश हैं. विदित हो की अलकनंदा नदी में कोटेश्वर के निकट विद्युत उत्पादन के लिए बांध का निर्माण किया गया है.
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वहीं, इस मामले में श्रीनगर उपजिलाधिकारी रविंद्र सिंह ने कहा कि वे आज ही इस मामले में श्रीनगर जल विद्युत परियोजना को उचित पानी छोड़ने के लिए आदेश जारी करेंगे. उन्होंने कहा इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.