श्रीनगर: पहाड़ों में नौकरी दिलाने के नाम पर खूब ठगी होने लगी है. ऐसे ही एक जालसाज व्यक्ति को पौड़ी पुलिस ने हिमाचल से गिरफ़्तार किया है. इस व्यक्ति पर दिव्यांग के छोटे भाई को न्यूजीलैंड में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का आरोप है. मामले में दिव्यांग ने कोटद्वार कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत करवाया है. दिव्यांग से 6 लाख रुपये की ठगी की गई है.
ये है पूरा मामला: 22 अप्रैल को कोटद्वार क्षेत्र के निवासी दिव्यम अग्रवाल पुत्र सुनील कुमार अग्रवाल निवासी बदरीनाथ मार्ग कोटद्वार ने थाना कोटद्वार में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत के अनुसार पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली में रहकर दिल्ली यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त कर रहे थे. दिसंबर-2022 में दिल्ली के एक होटल Bliss Bourn, लाजपत नगर, न्यू दिल्ली में रह रहे थे. उस होटल में उसके बगल वाले कमरे में अंगद सेखोन नाम का व्यक्ति रह रहा था.
न्यूजीलैंड में व्यापार करने का बोला झूठ: अंगद ने दिव्यम से कहा कि वो न्यूजीलैंड के Auckland शहर में व्यापार करता है. अंगद सेखोन द्वारा वादी और उसके छोटे भाई शिवम अग्रवाल को न्यूजीलैंड में नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया. उनसे पिछले 2 माह में करीब 6 लाख रुपए यूपीआई के माध्यम से मोबाइल नंबर 7522920531 पर जमा कराये गए हैं. उसके द्वारा वादी से एयर टिकट बुकिंग के नाम से, वीजा के नाम से, मेडिकल के नाम से, डॉलर बदलने के नाम से, वापसी टिकट के नाम से कई बार में पैसे जमा कराए गये.
शिमला से गिरफ्तार हुआ नौकरी वाला ठग: मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच की. अपने मुखबिरों की ठोस जानकारी हासिल की. इस आधार पर पुलिस ने नामजद अभियुक्त अंगद सेखोन, पुत्र स्व सरदार दर्शन सिंह, निवासी सेक्टर-49D चंडीगढ़ को स्थान शोगी शिमला, हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया है. मामले में पुलिस ने अभियुक्त के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कोर्ट में पेश किया.
पूछताछ में खोले राज: गिरफ्तार अंगद सेखोन ने पूछताछ में बताया कि वह 2019 में गोवा में नौकरी करने के लिए गया था. गोवा में डेल्टन कैसीनो में काम करता था. कैसीनो में वह काफी पैसे हार गया. इस कारण उसके ऊपर काफी कर्जा हो गया था. इसके चलते वो भागकर दिल्ली आ गया. 3-4 महीने से दिल्ली में लाजपत नगर में रहने लगा था.
कई लोगों को चूना लगा चुका है अंगद सोखेन: अभियुक्त अंगद सेखोन ने बताया कि उसकी मुलाकात वादी दिव्यम से दिल्ली में लाजपत नगर में एक होटल में हुयी थी. दोनों 2 से 3 महीने साथ रहे. इस दौरान दोनों में अच्छी खासी बातचीत होती रही. दिव्यम को इस दौरान मुझ पर विश्वास हो गया. इसके बाद मैंने इसे न्यूजीलैंड में नौकरी के नाम पर यूपीआई के माध्यम से करीब 6 लाख रुपये ठगे थे. इससे पहले भी उसने करन नाम का एक व्यक्ति जो रायबरेली का रहने वाला है, उससे दिल्ली में 60 हजार रुपये न्यूजीलैंड में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे थे. इसी प्रकार एक अन्य व्यक्ति वी मुर्गन जो मैसूर के एक गांव के पास का है, उससे भी 74 हजार रुपये न्यूजीलैंड में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे थे. जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है. अभियुक्त इस दौरान शिमला, नेपाल आदि जगहों पर भी गया था.
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अपराध का तरीका:पुलिस ने बताया कि अभियुक्त बोलचाल में काफी चतुर है. अपनी बातों से नौकरी का झांसा देकर लोगों को फंसा देता है. काफी अच्छी तरह से बातचीत कर लेता है. जीविकोपार्जन का मुख्य कार्य ग्रुप वालों के माध्यम से कैसीनो में जुआ खेलना है. साथ ही कैसीनो में जुआ खेलने के लिए कई बार नेपाल भी गया है.
हल्द्वानी में तस्करी कर ले जाई जा रही लकड़ी बरामद: तराई पूर्वी वन प्रभाग में अवैध खनन और लकड़ी तस्करी हो रही है. तराई पूर्वी वन प्रभाग के गौला रेंज की टीम ने बेशकीमती लकड़ी की तस्करी का खुलासा किया है. एक पिकअप वाहन और दो मोटरसाइकिल बरामद कीा हैं. पिकअप से सागौन की लकड़ी की तस्करी की जा रही थी. वन विभाग इस कार्रवाई के दौरान लकड़ी तस्कर भागने में कामयाब रहे.
प्रभागीय वन अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर वन सुरक्षा दल और गौला रेंज की टीम ने जंगल से काटकर तेलियापुर गांव लाए जा रहे सागौन के सात गिलटे एक पिकअप वाहन से बरामद किये हैं. साथ ही मौके से दो बाइक भी बरामद की गई हैं. जंगल से लकड़ी काट कर पिकअप वाहन में लोड किया जा रहा था. वन विभाग की इस कार्रवाई के दौरान लकड़ी तस्कर भागने में कामयाब रहे. प्रभागीय वन अधिकारी ने कहा कि तीनों वाहनों को सीज करते हुए वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है. लकड़ी तस्करों की भी तलाश की जा रही है. बरामद लकड़ी की कीमत 1 लाख रुपए से अधिक की बताई जा रही है.