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Fight against corona: सैनिक बेटे ने भेजी पहली सैलरी, मां ने देश की भलाई के लिए किया दान

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Published : Apr 4, 2020, 6:40 PM IST

Updated : Apr 5, 2020, 9:37 AM IST

देश का हर व्यक्ति कोरोना महामारी से लड़ने में अपनी हर सम्भव मदद कर रहा है. ऐसे ही श्रीनगर के श्रीकोट में रहने वाली सुनीता गैरोला ने भी अपने बेटे की पहली तनख्वाह मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा की है. महिला का बेटा असम में भारत चीन सीमा पर देश की रक्षा कर रहा है.

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सैनिक की मां ने CM राहत कोष में जमा कराएं 50 हजार

श्रीनगर: देश का हर व्यक्ति कोरोना महामारी से लड़ने में अपनी हर सम्भव मदद कर रहा है. कोई लॉकडाउन का पालन गम्भीरता से कर रहा तो दूसरी तरफ कोरोना वॉरियर्स फ्रंट फुट पर कोरोना वायरस से दो दो हाथ कर रहे हैं. वहीं, श्रीनगर के श्रीकोट में रहने वाली सुनीता गैरोला ने अपने बेटे की पहली तनख्वाह मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा की है. महिला का बेटा असम में भारत चीन सीमा पर देश की रक्षा कर रहा है.

मां ने देश की भलाई के लिए किया दान.

बता दें, देश में इस समय हर कोई कोरोना के इस युद्ध मे अपनी भूमिका अदा कर रहा है. कोई बेसहारा गरीबों को भोजन करवा रहा है तो कोई सड़क पर घुमती गायों को चारा खिला रहा है. वहीं, डॉक्टर भी फ्रंट फुट पर कोरोना से लड़ रहे है.

ऐसे में अब श्रीनगर निवासी अमन गैरोला जो सेना में आधिकारी हैं जिनकी मां श्रीनगर के श्रीकोट में रहती हैं उन्होंने अपने बेटे कि पहली सैलरी को देश के लिए समर्पित किया है. बता दें, उन्होंने आज उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने के लिए 50 हज़ार का चेक सौंपा.

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सुनीता देवी का कहना है कि उनका बेटा भारत चीन सीमा पर देश की सेवा कर रहा है. लेकिन अभी देश कोरोना संकट से गुजर रहा है जिसको देखते हुए उन्होंने अपने बेटे द्वारा दी गयी पहली तनख्वाह को देश के लिए समर्पित किया है, जिससे देश की मदद की जा सके.

Last Updated : Apr 5, 2020, 9:37 AM IST

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