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श्रीनगर गढ़वाल में SSB का दीक्षांत समारोह संपन्न, देश को मिले 58 जांबाज - श्रीनगर सीटीसी द्वितीय कमान अधिकारी धीरज पठानिया

श्रीनगर में आज 8वां उप निरीक्षक (विभागीय भर्ती) का दीक्षांत समारोह मनाया गया. परेड के बाद एसएसबी को 58 जांबाज मिल गए हैं. सबसे ज्यादा 28 जवान उत्तर प्रदेश से मिले हैं. जबकि, उत्तराखंड से एक जवान पास आउट हुआ है.

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श्रीनगर में SSB का दीक्षांत समारोह

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Published : May 12, 2022, 5:52 PM IST

श्रीनगरःसशस्त्र सीमा बल के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र श्रीनगर में आज 8वां उप निरीक्षक (विभागीय भर्ती) का दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान एसएसबी एडीजी व आईपीएस बी राधिका ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और परेड की सलामी ली. दीक्षांत समारोह से एसएसबी को 58 जांबाज मिल गए हैं.

एसएसबी सीटीसी श्रीनगर (Sashastra Seema Bal Srinagar) में आयोजित दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश के 28, बिहार के 5, हरियाणा के 5, महाराष्ट्र से 2, राजस्थान के 14, हिमाचल प्रदेश से 2, उत्तराखंड और पश्चिमी बंगाल से 1-1 उपनिरीक्षक कठिन प्रशिक्षण संपन्न कर बल के अधीनस्थ अधिकारी बन गए हैं. जो अब अधीनस्थ अधिकारी के रूप में राष्ट्र के लिए अपनी सेवाएं देंगे. इस बैच में 4 स्नातकोत्तर एवं 54 स्नातक डिग्री वाले शामिल रहे.

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इस अवसर पर श्रीनगर सीटीसी द्वितीय कमान अधिकारी धीरज पठानिया ने प्रशिक्षुओं को राष्ट्रीय ध्वज व निशान के समक्ष संविधान को साक्षी मानकर पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले उपनिरीक्षक (विभागीय भर्ती) के प्रशिक्षुओं को मुख्य अतिथि ने पुरस्कार से सम्मानित भी किया. ओवरऑल बेस्ट का पुरस्कार उपनिरीक्षक प्रशिक्षु अंकित कुमार (मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश) को दिया गया.

वहीं, मुख्य अतिथि अपर महानिदेशक सशस्त्र सीमा बल बी. राधिका ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में यह बल भारत-नेपाल के मध्य 1751 किलोमीटर और भारत-भूटान के मध्य 699 किलोमीटर लंबी अंतराष्ट्रीय सरहदों की सुरक्षा का दायित्व संभाले हुए हैं. नेपाल और भूटान मित्र देश होने के कारण उनके साथ लगी हमारी सीमा खुली है. चूंकि एसएसबी (SSB) का कार्यक्षेत्र मित्र देशों की सीमा और नागरिकों से संबंधित है, ऐसे में प्रत्येक कर्मी का दायित्व बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है.

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यह बहुत आवश्यक है कि एक ओर जहां हम नियमों और कानूनों का सीमा प्रहरी के रूप में राष्ट्र विरोधी तत्वों पर प्रभावी अंकुश लगाएं. वहीं. दूसरी ओर हमें इन बातों का भी ध्यान रखना पड़ेगा कि मित्र देशों के आम नागरिकों के साथ हमारा व्यवहार सत्यनिष्ठा से प्रेरित हो. उन्होंने कहा कि उन्हें आशा है कि सभी जवान बल के मूल ध्येय 'सेवा, सुरक्षा और बन्धुत्व' को आत्मसात करेंगे. साथ ही पूरे मन से हर उत्तरदायित्व को निभाएंगे एवं एसएसबी को गौरवान्वित करेंगे.

बता दें कि एसएसबी सीटीसी श्रीनगर की आधिकारिक रूप से स्थापना 1 जून 2017 को हुई थी. इस केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र में अब तक कुल 71 कोर्सेज संपन्न करवाए जा चुके हैं. जिसमें 11 बेसिक कोर्स, 30 प्रमोशनल कोर्स, 17 इन सर्विस कोर्स और 13 प्रोफेशनल कोर्स शामिल हैं. इन कोर्सों के दौरान कुल 4,672 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है. आज पासआउट होने वाले इन 58 नव आरक्षियों को मिलाकर कुल 4,730 प्रशिक्षु अब तक एसएसबी में शामिल हो चुके हैं.

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