पौड़ीःसब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो आने वाले दिनों में पौड़ी वासियों को क्रिटिकल केयर सेंटर यानी गहन देखभाल इकाई का लाभ मिलेगा. क्रिटिकल केयर सेंटर का निर्माण जिला अस्पताल के समीप ही किया जाना है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला अस्पताल पौड़ी के परिसर में ही भूमि की उपलब्धता जुटाई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो सीसीयू सेंटर निर्माण के लिए 542 वर्ग मीटर जगह पर इसका निर्माण हो सकेगा.
पौड़ी में स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा होने जा रहा है. सरकार की ओर से जिला मुख्यालय पौड़ी में क्रिटिकल केयर सेंटर (Critical Care Center in Pauri) बनाया जाना है. जिसके निर्माण को लेकर जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है. आने वाले समय में गंभीर रोगों के निदान के लिए क्रिटिकल केयर सेंटर को संजीवनी की तरह उपयोग में लाया जाएगा. जिला मुख्यालय में जल्द इसका निर्माण हो, इसके लिए स्वास्थ्य महकमा भी भूमि की तलाश में जुटा हुआ है.
स्वास्थ्य महकमे के अनुसार, सेंटर का निर्माण जिला अस्पताल पौड़ी के परिसर के भीतर ही इस प्रोजेक्ट को बनाया जाना है. जिससे कि अस्पताल के बुनियादी ढांचे को सेंटर के लिए भी प्रयोग में लाया जा सकेगा. विभाग की मानें तो पौड़ी में जल्द ही क्रिटीकल केयर ब्लॉक का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. क्रिटीकल केयर सेंटर को आधुनिक तकनीकों से लैस 50 बेड से सुसज्जित किया जाएगा. जिसमें रोगियों को कार्डियोलॉजिस्ट यानी हृदय रोग विशेषज्ञ, आईसीयू आदि सुविधाओं का लाभ मिलेगा.
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इसके लिए पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे (Pauri DM Vijay Kumar Jogdande) ने जिला अस्पताल में भूमि की उपलब्धता का स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण करते हुए डीएम ने कहा कि शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार प्रस्तावित क्रिटीकल केयर सेंटर को जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज से संबद्ध कर बनाया जाना प्रस्तावित है. डीएम ने कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग प्रोजक्ट डिवीजन देहरादून को सर्वे के बाद ही भूमि को चयनित करने को कहा.
डीएम जोगदंडे ने कहा कि प्रोजेक्ट में भूमि की कमी आड़े नहीं आनी चाहिए. यदि पौड़ी में भूमि की उपलब्धता होती है तो सभी संभावनाओं को देखते हुए कार्य प्रगति आगे बढ़ाएं. इस मौके पर डीएम ने कहा कि यदि सेंटर के लिए भूमि की कमी आड़े आई तो पावर हाउस जाने वाले मार्ग के निचले हिस्से को भी कार्ययोजना में शामिल करते हुए प्रस्ताव तैयार करें. इस मौके पर डीएम ने संबंधित अफसरों को जल्द ही खाली स्थान पर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए.