श्रीनगर:प्रदेश में लगातार वनाग्नि की घटनाएं तापमान बढ़ाने का काम कर रही हैं. ऐसे में भीषण गर्मी लोगों को झुलसा रही है. गढ़वाल डिवीजन में फायर सीजन शुरू होने के बाद अभी तक वनाग्नि की 19 घटनाएं दर्ज की गई हैं. इसमें 39.15 हेक्टेयर की वन संपदा जल कर खाक हो गयी है. हालांकि, वन विभाग वनाग्नि की घटनाओं पर खुद को हमेशा की तरह चौकन्ना बता रहा है. लेकिन जिस तरह वनाग्नि की घटनाएं बढ़ रही हैं वो विभाग की पोल भी खोल रही हैं.
दरअसल, सड़क के इर्द-गिर्द गिरने वाली सूखी चीड़ और बांज की पत्तियां वनाग्नि का मुख्य कारण बनती हैं. सड़क किनारे लगी आग जंगल तक पहुंचती है. फिर देखते ही देखते वनाग्नि अपना विकराल रूप ले लेती है. ऐसे में वन विभाग को काफी सतर्कता की जरूरत होती है. वहीं, वनकर्मी सुबह सड़कों के किनारे पड़ी सूखी पत्तियों को लगातार हटाने में जुटे हैं.