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विश्व दुग्ध दिवस: दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा उत्तराखंड - world mild day

हर साल 1 जून का दिन विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार की थीम पर्यावरण, पोषण, आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ डेयरी क्षेत्र में स्थिरता है. इस मौके पर उत्तराखंड राज्य में हुए दूध उत्पादन की प्रगति पर नजर डालते हैं, जहां इस क्षेत्र में दोगुनी प्रगति हुई है.

उत्तराखंड में दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में लगातार हो रही प्रगति
उत्तराखंड में दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में लगातार हो रही प्रगति

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Published : Jun 1, 2021, 5:22 PM IST

Updated : Jun 16, 2021, 6:02 PM IST

हल्द्वानी: हर साल की तरह इस बार भी 1 जून को पूरी दुनिया 'विश्व दुग्ध दिवस' मना रहा है. जब बात दूध की आती है तो उत्तराखंड उन राज्यों में से है, जहां दूध का उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाता है. 'विश्व दुग्ध दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया को दूध के महत्व के प्रति जागरूक करना और ज्यादा से ज्यादा लोगों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़ना है. वर्तमान परिस्थितियों में जब लोग कोरोना से लड़ने की कोशिश में लगातार अपने इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में लगे है तो ऐसे में दूध की महत्तव काफी बढ़ जाता है. दूध को शुरुआत से ही एक सम्पूर्ण आहार माना जाता है.

विश्व दुग्ध दिवस के मौके पर जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर उत्तराखंड ने इस क्षेत्र में कितनी प्रगति की है? उत्तराखंड दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है. यहां लोगों के लिए यह रोजगार के प्रमुख साधनों में से एक बन गया है.

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विश्व दुग्ध दिवस के इस बार का थीम है..

विश्व दुग्ध दिवस की इस बार की थीम पर्यावरण, पोषण, आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ डेयरी क्षेत्र में स्थिरता है. आज के दिन दुग्ध को वैश्विक आहार के रूप में शामिल करने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं.

दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा उत्तराखंड

दुग्ध उत्पादन में उत्तराखंड ने की दोगुनी प्रगति
उत्तराखंड सरकार दूध उत्पादन के क्षेत्र में लगातार काम कर रही है. उत्तराखंड के दुग्ध विकास विभाग का आंचल ब्रांड दूध और उसके प्रोडक्ट उत्तराखंड ही नहीं बल्कि कई राज्यों में अपनी पहचान बना चुके है. उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन 2,629 दुग्ध समितियों के 51,496 दूध उत्पादकों के साथ रोजाना करीब 2,21,000 लीटर दूध का उत्पादन कर रहा है.

राज्य गठन के बाद सरकार ने अपने आंचल ब्रांड की दूध की शुरुआत वर्ष 2002 में की थी, जहां 1,01855 लीटर रोजाना दूध का उत्पादन हुआ करता था, जो वर्ष 2021 में बढ़कर 2,21,000 लीटर पहुंच गया है. यह दोगुने से भी अधिक है. आंचल डेयरी की व्यवसाय की बात करें तो प्रतिवर्ष करीब 350 करोड़ से अधिक का टर्नओवर है. उत्तराखंड आंचल ब्रांड के अपने 11 सेंटर बनाए गए हैं, जिसमें नैनीताल दूध उत्पादन सबसे अधिक दूध का उत्पादन करता है.

आंचल दूध, उत्तराखंड

यहां वर्तमान समय में रोजाना 89,000 लीटर दूध का उत्पादन किया जा रहा है. उधम सिंह नगर दूध उत्पादक सहकारी संघ दूसरे नंबर पर है, जहां रोजाना 58,000 लीटर दूध का उपार्जन किया जा रहा है. देहरादून दूध उत्पादक सहकारी संघ द्वारा रोजाना करीब 20,000 लीटर दूध का उत्पादन किया जा रहा है.

उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के निदेशक ने दी जानकारी

उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के निदेशक जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि उत्तराखंड दुग्ध विभाग दूध के क्षेत्र में लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है. दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा दूध उत्पादकों के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. इसके तहत दूध उत्पादकों को सब्सिडी के माध्यम से गाय उपलब्ध कराई जा रही हैं. ऐसे में उत्तराखंड में दूध उत्पादन अब धीरे-धीरे बड़े व्यवसाय का रूप लेता जा रहा है.

Last Updated : Jun 16, 2021, 6:02 PM IST

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