हल्द्वानी: नगर निगम में आमरण अनशन पर बैठी महिला की बुधवार को तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद पुलिस ने महिला को हॉस्पिटल में भर्ती कराया. इस दौरान वहां पर काफी हंगामा हुआ. महिला और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई.
हल्द्वानी नगर निगम में ठेका प्रथा के तहत काम कर रहे 6 कर्मचारियों को निकाल दिया गया, जिसके विरोध में पिछले 20 दिनों से देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारी अनशन और हड़ताल पर बैठे हुए हैं. ऐसे में अपनी मांगों को मनवाने को लेकर निकाले गए कर्मचारियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. बुधवार को आमरण अनशन पर बैठी महिला कर्मचारी बबली की तबीयत बिगड़ गई. डॉक्टरों ने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराने के आदेश दिए, लेकिन बबली हॉस्पिटल में जाने को तैयार नहीं थी.
आमरण अनशन पर बैठी महिला की बिगड़ी तबीयत पढ़ें-रोजगार-बेरोजगारी भत्ते की मांग को लेकर RJP ने किया सचिवालय कूच, लाठीचार्ज में 5 घायल
इसके बाद नायब तहसीलदार हरिश्चंद्र पुलिस फोर्स के साथ धरना स्थल पहुंचे और आमरण अनशन पर बैठी बबली को जबरन हॉस्पिटल में भर्ती कराया. इस दौरान कर्मचारियों ने वहां काफी हंगामा भी किया. देवभूमि सफाई संगठन के अध्यक्ष राहत मसीह ने कहा कि नगर निगम मनमाना रवैया अपना रहा है. इसी को लेकर 6 कर्मचारियों को बाहर करने का काम किया है. यह कर्मचारी पिछले 15 सालों से ठेका प्रथा के तहत काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों के कहने और बहकावे आकर नगर निगम ने इन कर्मचारियों को बाहर कर दिया. सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि बाहर किए गए कर्मचारियों को जल्द वापस नहीं लिया गया तो आत्मदाह भी करेंगे.