हल्द्वानी: देवभूमि उत्तराखंड में गर्मी की तपिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है. वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम लगातार करवट बदल रहा है. हल्द्वानी और उसके आसपास के इलाकों में तापमान 41 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है. जंगलों में लगातार आग लगने के चलते जंगली जानवर प्यास बुझाने के लिए नदी ,नालों और आबादी वाले इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं.
आग ने छिना जंगली जानवरों का आशियाना, आबादी वाले इलाके में खींच ला रही भूख-प्यास
इन दिनों उत्तराखंड के जंगल आग से धधक रहे हैं. जंगलों में आग लगने से जंगली जानवर आबादी का रुख कर रहे हैं. साथ ही प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी सूख जाने से जंगली जानवर प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं.
गौर हो कि इन दिनों उत्तराखंड के जंगल आग से धधक रहे हैं. जंगलों में आग लगने से जंगली जानवर आबादी का रुख कर रहे हैं. साथ ही प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी सूख जाने से जंगली जानवर प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. जिससे वन्यजीव और मानव संघर्ष होने का खतरा बना रहता है. गर्मी की उमस व भोजन पानी की तलाश जंगली जानवरों की आबादी की ओर खींच लाती है. वहीं जंगली जानवरों की इस बाहरी उछल कूद से वन महकमा अनजान बना हुआ है. जंगली जानवरों का इस तरह से गर्मी से बचने और पानी के लिए भटकना वन विभाग के दावों की भी पोल खोल रहा है.
वहीं प्रभागीय वन अधिकारी नीतीश मणि त्रिपाठी का कहना है कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए विभाग लगातार काम कर रहा है. जंगलों में जंगली जानवरों को पीने के पानी के लिए 48 वॉटर टैंक बनाए गए हैं. जिसमें 36 टैंकरों के माध्यम से समय-समय पर पानी डाला जाता है. बरहाल जंगलों में भड़की आग को रोक पाने के लिए वन विभाग पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है. जिससे तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है. वहीं जंगल की आग से इंसानों के साथ ही बेजुबान जानवर परेशान हैं.