मेष राशि (चु, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
मेष राशि वालों के लिए यह सप्ताह मिलाजुला रहने वाला है. सप्ताह के पूर्वार्ध के तीन दिन कठिनाइयों भरे रहेंगे. तीन दिनों तक स्वास्थ्य के प्रति गंभीर रहने की जरूरत है. राजनीतिक क्षेत्र के लोगों को अपने वाणी पर संयम रखने की जरूरत है. मित्रों से नाराजगी हो सकती है. ऐसे में भगवान शिव की उपासना करें.
वृषभ राशि (ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
वृषभ राशि में अभी भी राहु की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में कालसर्प योग बना हुआ है. धन हानि हो सकती है. स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है. राजनीतिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए यह सप्ताह महत्वपूर्ण रहने वाला है. मां भगवती की उपासना करें.
मिथुन राशि (का, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, हा)
मिथुन राशि वालों के यह सप्ताह अच्छा रहने वाला है. आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण रहेगा. मित्रों का सहयोग मिलेगा. विशेष सफलता का योग बन रहा है. आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी. गुरुवार या शुक्रवार को अपना कोई भी कार्य प्रारंभ करें, तो सफलता प्राप्त होगी. मां भगवती का उपासना करें. सभी कार्यों में सफलता मिलेगी.
कर्क राशि (ही, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
कर्क राशि वालों के लिए सप्ताह मिलाजुला रहने वाला है. सप्ताह के शुरू के तीन दिन उत्तम रहने वाले हैं. ग्रहों की राशि प्रतिकूल बनी हुई है. राजनीतिक और आर्थिक दृष्टि से कोई कार्य कर रहे हैं, तो यह सप्ताह उनके लिए उत्तम रहने वाला है. आर्थिक शोध करेंगे और जीवन में नया समाचार आने वाला होगा. भगवान शिव की उपासना करें.
सिंह राशि (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
सिंह राशि के स्वामी सूर्य इस समय मकर राशि में शनि के साथ बैठे हुए हैं. ऐसे में सप्ताह के पूर्वार्ध कार्यों में बाधा उत्पन्न करने वाला बन रहा है. आर्थिक क्षेत्र में बड़ी हानि हो सकती है. ऐसे में कोई भी कार्य करें तो सोच समझकर करें. परिवारिक परेशानी आ सकती है. अगर कोई कार्य करना हो तो शुभ तिथि मुहूर्त देखकर करें. सभी उलझनों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की उपासना करें.
कन्या राशि (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
कन्या राशि के स्वामी बुध है. कन्या राशि वालों के लिए यह सप्ताह उत्तम रहने वाला है. कोई भी निर्णय लेने के लिए आपके लिए लाभदाई होगा. रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे. राजनीतिक क्षेत्र में भी सफलता मिलेगी. आप के निर्णय परिवर्तन ला सकता है. प्रातः काल उठकर भगवान सूर्य को जलाभिषेक करें. सभी तरह की कष्टों से मुक्ति मिलेगी.