हल्द्वानी: एक ओर पूरा देश जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण में जुटा हुआ है, वहीं दूसरी ओर हल्द्वानी में एक महिला शिक्षिका ने जल संरक्षण की नई मिसाल पेश की है. हल्द्वानी की यह महिला शिक्षिका रेन वाटर हार्वेस्टिंग कर वर्षा जल संरक्षण कर रही है. महिला इस संरक्षित जल से न सिर्फ पौधों को पानी डालती है, बल्कि घर के अन्य कार्यों में भी उस पानी का इस्तेमाल करती हैं.
जल संरक्षण का संदेश दे रही शिक्षिका मंजू पांडे. कुमाऊं का प्रवेश द्वार हल्द्वानी लगातार बढ़ती आबादी के दबाव में पेयजल किल्लत से कई सालों से जूझ रहा है. ऐसे में यहां गर्मी में जहां पानी की बूंद-बूंद के लिए लोगों को तरसना पड़ रहा है. वहीं, अब लोग वर्षा जल संग्रह कर अपने क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही कार्य जज फार्म में रहने वाली शिक्षिका मंजू पांडे ने किया है. उन्होंने खुद से पहल कर लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक करना शुरू किया है.
शिक्षिका मंजू के अनुसार, उनके क्षेत्र में पानी की समस्या होने के कारण नलकूप से सप्ताह भर से अधिक समय तक पानी नहीं आता है, जिसकी वजह से लोग काफी परेशान रहते हैं. इसी परेशानी को देखते हुए उन्होंने मंथन किया और प्लंबर को बुलाकर छत के डाउन पाइप को इंटरकनेक्ट कराया और इसके नीचे 500 लीटर का टैंक लगा दिया. इसके अलावा 5000 लीटर का अंडर वाटर टैंक भी बनवाया था, जिससे बारिश का पानी बर्बाद न हो सके.
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मंजू पांडे की इस पहल को आसपास के लोगों ने भी सराहा है. लोगों का कहना है कि मंजू का जो आईडिया है, सभी लोग उसका इस्तेमाल करने लगे हैं. पानी की बर्बादी न हो सके. इसके लिए लोग घरों में वाटर पाइप से बरसात का पानी वाटर टैंक में सेव करने की पहल कर रहे हैं.