हल्द्वानी: वंदे मातरम् ग्रुप अपनी कई सामाजिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है. इसी के तहत वंदे मातरम ग्रुप ने बेजुबान पशु पक्षियों के लिए जगह-जगह प्याऊ लगाने का काम किया है. जिससे कि गर्मी में बेजुबानों को पीने का पानी मिल सके. गर्मी की तपिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. तो वहीं गर्मी से बेजुबान भी अछूते नहीं है इस गर्मी से पशु और पक्षी भी परेशान हैं. खासकर पेयजल के लिए उन्हें भटकना पड़ता है. ब्लड कैंप समेत अन्य अभियानों के जरिए लोगों की मदद करने वाला हल्द्वानी के युवाओं का ग्रुप वंदे मातरम इन दिनों जगह-जगह पशु-पक्षियों के लिए प्याऊ लगाने का काम कर रहा है.
गर्मी में वंदे मातरम ग्रुप बुझा रहा बेजुबानों की प्यास, जगह-जगह लगाया प्याऊ - हल्द्वानी
वंदे मातरम् ग्रुप अपने विभिन्न सामाजिक कोर्यों के लिये जाना जाता है. इसी के चलते वंदे मातरम् ग्रुप बेजुबान पशु-पक्षियों के लिये प्याऊ लगाने का काम कर रहा है. इसी के साथ वंदे मातरम् ग्रुप ने लोगों से भी अपील की है कि वे भी जानवरों के लिये पानी के प्याऊ लगाए. जिससे गर्मी में वे प्यासे ना रहें.
बेजुबानों के लिये लगा रहे प्याऊ: वंदे मातरम ग्रुप 40 से 50 लीटर पानी रखने का सीमेंटेड प्याऊ बनाकर जगह-जगह प्याऊ लगाने के साथ-साथ लोगों को प्याऊ मुहैया करा रहा है. ताकि पक्षियों, लावारिस कुत्तों और गोवंशीय पशुओं को भीषण गर्मी में पानी के लिए भटकना न पड़ा. वंदे मातरम ग्रुप के अध्यक्ष शैलेंद्र दानू ने बताया कि पिछले कई साल से उनका संगठन लोगों को ब्लड उपलब्ध कराने का काम कर रहा है. यहां तक की कई अन्य सामाजिक कार्यों में भी लगातार अपना योगदान निभा रहा है. अभी तक तो 40 से अधिक जगह पर प्याऊ लगाने की व्यवस्था की गई है.
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लोगों से की सहायता की अपील: शैलेंद्र सिंह दानू ने बताया कि भीषण गर्मी में बेजुबानों की प्यास बुझाने के इंतजाम किए जा रहे हैं. लोगों से अपील की जा रही है कि जहां कहीं बेजुबानों के लिए प्याऊ लगाए गए हैं उसमें पानी जरूर भरें. इसके अलावा सामर्थ्यवान लोगों से अपील की है कि वह भी अपने घर के आसपास बेजुबान जानवरों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था करें. जो सक्षम नहीं हैं वह ग्रुप से संपर्क कर प्याऊ की मांग कर सकते हैं. शर्त इतनी है कि प्याऊ में स्वच्छ जल भरकर बेजुबानों को मुहैया कराना होगा. संस्था के लोगों का कहना है कि गर्मी में इंसान तो किसी न किसी तरह से बचाव के इंतजाम कर लेता है लेकिन बेजुबान जानवर कैसे अपनी पीड़ा बताएं. ऐसे में भीषण गर्मी में पानी का इंतजाम कर जानवरों को कुछ तो राहत दी ही जा सकती है.