देहरादून: उत्तराखंड राज्य को बेस्ट पुलिसिंग सूची में रखकर आगे बढ़ने की कवायद जारी है. इसी का नतीजा हैं कि पिछले छह महीनों में संगीन अपराधों में राज्य गठन के 21 साल के दरम्यान अब तक सबसे बेहतरीन रिकॉर्ड कायम किया है.
आधिकारिक आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि पिछले 6 माह में डकैती, लूट, गृह भेदन व हत्या जैसे 384 मामलों में से 319 प्रकरण का अनावरण पुलिस ने बेस्ट पुलिसिंग परफॉर्मेंस के तौर पर किया है. इतना ही नहीं इन सभी गंभीर किस्म के अपराधों में पुलिस ने लूट-चोरी जैसे घटनाओं में संपत्ति बरामदगी करने में भी एक रिकॉर्ड कायम किया है.
पिछले 6 माह के संगीन मामलों में 2 करोड़ 62 लाख 77 हज़ार 120 रुपए की संपत्ति बरामद की है. इसी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक पिछले 6 माह में डकैती के 5 मामले हुए हैं जिनमें सभी पांच मामलों का अनावरण शत प्रतिशत करते हुए 15 लाख 84000 की संपत्ति बरामद की है. जबकि पिछले 6 माह में लूट के 62 मामलों में से 59 मामले वर्कआउट किए हैं.
जिसमें 13 लाख 33 हजार ₹520 की संपत्ति बरामद की है. वहीं घर आवेदन के 300 223 मामलों में से 169 मामलों को वर्कआउट किया है. जिसके तहत 2 करोड़ 33 लाख 59 हजार 600 रुपए रिकवर किए हुए हैं. वहीं पिछले छह माह में राज्य भर में 94 हत्या के मामलों में से 86 मामलों को पुलिस ने वर्कआउट किया है.
ऐसे में जिस तरह से पिछले 6 माह में उत्तराखंड में होने वाले अपराधिक मामलों को वर्कआउट करने का पुलिस का शत प्रतिशत परिणाम नजर आया हैं. उसको देखते हुए राज्य का नाम देश की टॉप पुलिसिंग की सूची में आगे भी कायम रहने की उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं जो उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य के लिए गौरव की बात हैं.
पढ़ें-चरस तस्करी मामला: आरोपी सिपाही ने कोर्ट में किया सरेंडर, 48 दिन से पुलिस कर रही थी तलाश
पुलिस कार्रवाई: उत्तराखंड में बीते 6 माह में डकैती के पांच मामलों में शत प्रतिशत वर्कआउट करने के मामलों में कार्रवाई हुई है. इन सभी घटनाओं में लूटी गई 92 प्रतिशत संपत्ति बरामद की गई है. वहीं लूट के 62 घटनाओं में से 59 घटनाओं को वर्कआउट कर पुलिस ने 95% मामलों का अनावरण कर लूटी गई 81 फ़ीसदी संपत्ति को बरामद किया है. गृह भेदन के 76 प्रतिशत मामलों का अनावरण कर उसमें चोरी की गई 61% संपत्ति बरामद की गई है. प्रदेश में कुल लूट/चोरी संपत्ति की बरामदगी का प्रतिशत वर्तमान में 70 फीसदी है.जबकि NCRB के अनुसार पूर्व वर्ष में संपत्ति की बरामदगी का राष्ट्रीय औसत केवल 30.8 है.हत्या के 91% मामलों का अनावरण कर के अभियुक्तों की गिरफ्तारी शत प्रतिशत की गई है.
जुलाई 2021 में 1 वर्ष से अधिक समय से लंबित चल रहे मामलों के विवेचना ओं के निस्तारण के लिए विशेष अभियान चलाया गया है, जिसमें 506 लंबित विवेचना में से 169 विवेचनाओं का निस्तारण किया गया है. इस अभियान को अगस्त में एक माह के लिए और आगे बढ़ाया गया है. राज्य से अपराध कार्य कर वांटेड फरार इनामी अपराधियों व वारंटी की गिरफ्तारी और हिस्ट्रीशीटर सहित सक्रिय अपराधियों का भौतिक सत्यापन कर कार्रवाई के लिए अगस्त माह में धरपकड़ का विशेष अभियान चलाया जा रहा है. विगत दिसंबर 2020 में भी अपराधियों के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान में 416 फरार वांटेड, 62 इनामी अपराधी और 182 वारंटीओं सहित 487 हिस्ट्रीशीटर सक्रिय अपराधियों की गिरफ्तारी की गई थी.
पढ़ें-नैनीतालः नशे की हालत में महिला से दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज
8 जुलाई 2021 को हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में मोरा-तोरा ज्वेलर्स शकर आश्रम के समीप घटित लगभग दो करोड़ की ज्वैलरी लूट में पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए इस डकैती कांड को अंजाम देने वाले 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लगभग एक करोड़ की संपत्ति बरामद की गई. 25 अप्रैल 2021 को नैनीताल के कालाढूंगी क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों द्वारा कार मोबाइल नगदी सामान लूट की घटना सामने आई थी. जिसमें जनपद पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर कार सहित अन्य सामान की बरामदगी की गई.
29 जून 2021 को बदमाशों द्वारा देहरादून से कार बुक करके रामनगर में टैक्सी चालक की हत्या कर लूट मामले की घटना सामने आई थी. जिसमें रामनगर पुलिस द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर इस मामले का खुलासा किया गया. वहीं 29 जून 2021 को देहरादून के कोतवाली क्षेत्र में एक 5 वर्षीय नाबालिक बच्चे का अपहरण कर दुष्कर्म की घटना सामने आई थी. जिसमें पुलिस ने 24 घंटे के दरमियान इस वारदात का खुलासा करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार कर घटना से जुड़ी पर्याप्त सबूत कोर्ट में पेश किए.