उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

प्रमुख वन संरक्षक ने रामनगर में जांची व्यवस्थाएं, कॉर्बेट में जल्द नजर आ सकते हैं गैंडे - रामनगर ताजा खबर

उत्तराखंड वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल ने रामनगर में वनाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर बारीकी से चर्चा की गई.

Chief Conservator of Forest Vinod Kumar Singhal
प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल

By

Published : Feb 18, 2022, 3:33 PM IST

Updated : Feb 18, 2022, 4:00 PM IST

रामनगरःउत्तराखंड वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल आज निरीक्षण के लिए रामनगर पहुंचे. उन्होंने वन विभाग, वन निगम और कॉर्बेट के वनाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने रेस्क्यू सेंटर के उद्घाटन, रामनगर में एसटीएफ के गठन और कॉर्बेट में गैंडों को लाने के विषय में भी चर्चा की.

आज उत्तराखंड वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंगल ने रामनगर में वन विभाग तराई पश्चिमी, वन विभाग रामनगर, कॉर्बेट प्रशासन और वन निगम की टीम के साथ अहम बैठक की. इस दौरान उन्होंने कॉर्बेट में बाघों की संख्या में बढ़ोत्तरी पर खुशी जताई. साथ ही रेस्क्यू सेंटर के उद्घाटन को लेकर उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन होने के बाद इसका शुभारंभ कर दिया जाएगा. स्पेशल टास्क फोर्स (special task force) के गठन को लेकर भी उन्होंने कहा कि इस पर भी कार्य गतिमान है. जल्द ही कॉर्बेट के अधिकारियों से मामले में वार्ता कर एसटीएफ का भी गठन कर दिया जाएगा. जिससे कॉर्बेट की सुरक्षा कई गुना बढ़ जाएगी.

प्रमुख वन संरक्षक ने रामनगर में जांची व्यवस्थाएं.

ये भी पढ़ेंःकॉर्बेट पार्क में बसता है खूबसूरत तितलियों का 'संसार', पहली बार दिखाई दी दुर्लभ ऐबरेंट बुश ब्लू तितली

बता दें कि लंबे समय से 24 गैंडों को कॉर्बेट (rhinoceros in corbett) में लाने की कारवाई चल रही है. जिस पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ टेक्निकल इवोल्यूशन चल रहा है. राज्य वन्यजीव बोर्ड (State Wildlife Board) ने पहले भी गैंडे को लेकर एक प्रस्ताव पास किया था. यह एक लंबा प्रोजेक्ट है. उच्च स्तर पर अभी टेक्निकल विश्लेषण हो रहा है. यह कितना सफल होगा? इसमें क्या दिक्कतें आ सकती हैं? उसका विश्लेषण किया जा रहा है. साथ ही गैंडा किस प्रकार से अन्य वन्यजीवों के साथ सामंजस्य बैठा पाएगा, इस पर वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Wildlife Institute of India) की मदद से विश्लेषण का कार्य चल रहा है. उसके बाद ही कुछ कहा जाएगा.

Last Updated : Feb 18, 2022, 4:00 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details