हल्द्वानी: उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार हल्द्वानी पहुंचे. जहां उन्होंने युवा छात्र छात्राओं एवं बुजुर्गों के संग तेजी के साथ बढ़ते साइबर अपराध के बारे में लिखी गई किताब साइबर एनकाउंटर बुक को लांच किया. डीजीपी ने बढ़ते साइबर क्राइम पर चिंता जताते हुए कहा कि साइबर क्राईम लगातार बढ़ रहे हैं और यह पुलिस के लिए चुनौती भी है.
साइबर अपराध पुलिस के लिए बड़ी चुनौती, DGP ने दिए तत्काल एक्शन लेने के निर्देश
उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने बढ़ते साइबर क्राइम को चुनौती बताया है. साथ ही पुलिस अधिकारियों को साइबर क्राइम के मामले में तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जागरूकता से साइबर क्राइम में कमी आएगी.
लेकिन इस चुनौती को पार कर पुलिस अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज रही है. बढ़ते साइबर अपराध को किस तरह से रोक सकते हैं और कैसे जागरूक होने की जरूरत है, इस पर उन्होंने चर्चा की. कार्यक्रम में मौजूद युवाओं ने डीजीपी अशोक कुमार से बढ़ते साइबर अपराध को रोकने और उसके प्रति कैसे जागरूक रहें, इसको लेकर कई सवाल किए. जिसका डीजीपी अशोक कुमार ने अपने लंबे तजुर्बे और बेबाकी से जवाब दिया. डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि साइबर अपराधियों द्वारा समाज के सभी वर्गों को शिकार बना रहे हैं और अब इन साइबर अपराधियों से बचने के लिए हमें जागरूक होने की जरूरत है.
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उन्होंने बताया कि साल 2022 में 10 लाख से ज्यादा शिकायतें पुलिस के पास आई है. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध को रोकने के लिए सबसे पहले लोगों में उसके प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है. रही बात अपराधियों के पकड़ने की उनको पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा अलग से हर जनपदों में साइबर थाना बनाया गया है. डीजीपी ने सभी पुलिस अधिकारियों से कहा कि साइबर अपराध के मामले में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतें. पीड़ित की तहरीर पर तुरंत पुलिस कार्रवाई कर साइबर क्राइम को रोकें. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम समस्याओं का समाधान करने के लिए हर जिले में ट्रेंड पुलिस अधिकारियों को तैनात भी किया गया है. कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने डीजीपी अशोक कुमार की लिखी किताब साइबर एनकाउंटर खरीद कर उनका ऑटोग्राफ भी लिया.