पीएम मोदी की घोषणाओं की समीक्षा बैठक हल्द्वानी: आज केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट (Union Minister of State Ajay Bhatt) ने सर्किट हाउस काठगोदाम में कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, संबंधित अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्था टाटा कंसल्टिंग इंजीनियरिंग (Executive Agency Tata Consulting Engineering) के साथ बैठक की. इस दौरान अजय भट्ट ने कहा कि बीते वर्ष पीएम मोदी ने हल्द्वानी शहर के विकास के लिए ₹2000 करोड़ की घोषणा की थी, जिसके तहत हल्द्वानी में सीवर लाइन, पेयजल, प्रशासनिक भवन, ग्रीन डवलपमेंट, सड़क, पार्किंग,ट्रान्सपोर्ट एवं फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के लिए डीपीआर पर तैयारियां अंतिम चरण में हैं.
अजय भट्ट ने बताया कि हल्द्वानी शहर में पेयजल एवं सीवर का डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत कर दी गई है. जिसमें जल्द ही कार्य प्रारंभ हो जायेगा. शेष प्रस्तावों पर जल्द ही डीपीआर तैयार कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. भट्ट ने बैठक में अधिकारियों को डीपीआर को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं.
अजय भट्ट ने बैठक में कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के अंतर्गत तीन माह के भीतर सभी प्रस्तावों की डीपीआर तैयार कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. जल्द ही जनता को हल्द्वानी का विकास धरातल पर दिखेगा. हल्द्वानी शहर हाईटेक शहर के रूप में शुमार होगा. इस मौके पर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत जिलाधिकारी सहित सभी अधिकारी मौजूद रहे.
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उन्होंने कहा डीपीआर तैयार होने से हल्द्वानी का समुचित विकास होगा. इससे हल्द्वानी शहर में पेयजल, सीवर, पार्किंग, सड़क का समुचित विकास होगा. इस कार्य के जिलाधिकारी को सरकार ने नोडल अधिकारी नामित किया है. वहीं, बैठक में कार्यदायी संस्था टाटा कंसल्टिंग इंजीनियरिंग कंपनी के इंजीनियरों ने पावर प्वाइंट के माध्यम से बताया कि शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए ₹835 करोड़, सीवरेज के लिए ₹462 करोड़, प्रशासनिक भवन, वेंडर जोन, सड़क चौडीकरण, पार्किंग, ट्रांसपोर्ट एवं फुटपाथ के लिए ₹500 करोड़ और फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के लिए ₹100 करोड़ का डीपीआर तैयार कर लिया गया है.
कार्यदायी संस्था ने कहा पेयजल एवं सीवर का डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत कर दी है. शेष पर कार्य गतिमान है. शहर में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए नये 11 ओवरहैड टैंक और 8 नये ट्यूबवेल प्रस्तावित है. जिससे शहर की पेयजल समस्या से निजात मिल सकेगी. इसके साथ ही शहर में वर्षा काल में नैनीताल रोड व कालाढूंगी रोड के अलावा अन्य स्थानों में जलभराव का ड्रेनेज प्लान भी प्रस्तावित है. इसके साथ ही रोड कनेक्टिविटी, पर्वतीय क्षेत्रों के लिए अलग से बस स्टेशन, ऑडिटोरियम बनाया जायेगा.