हल्द्वानी: उत्तराखंड परिवहन निगम (Uttarakhand Transport Corporation) की ज्यादातर बसें खस्ता हालत में हैं. कभी-कभी ऐसे हालात हो जाते हैं कि बसों को खड़ा करना पड़ता है. ज्यादातर बसों के टायर खराब होने की वजह से आवागमन नहीं हो पाता है. इस वजह से न सिर्फ यात्रियों को परेशानी होती है बल्कि रोडवेज को भी राजस्व का नुकसान होता है.
वहीं परिवहन मंत्री चंदन राम दास (Transport Minister Chandan Ram) का कहना है की टायरों की खराबी के कारण अब बसें खड़ी नहीं होंगी, क्योंकि उन्होंने टेंडर करके जल्द सभी बसों के खराब टायरों को बदलने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सरकार द्वारा गड्ढा मुक्त सड़कों के अभियान चलाए जा रहे हैं.
जिससे जल्द सड़कें भी दुरुस्त हो जाएंगी. इसके अलावा परिवहन निगम इलेक्ट्रिक बसों को भी खरीद रहा है. जिनको मैदानी क्षेत्र में चलाकर डीजल वाली मैदानी क्षेत्रों में चलने वाली बसों को पर्वतीय क्षेत्रों में चलाया जाएगा. जिससे पहाड़ के यात्रियों को बसों की कमी या असुविधा नहीं होगी.
परिवहन निगम की खस्ताहाल 150 बसों की सुधरेगी हालत. पढ़ें-500 करोड़ से सुधरेगी उत्तराखंड परिवहन निगम की दशा, खरीदी जाएंगी BS6 बसें चंदन राम दास का कहना है कि रोडवेज बसों के टायर की कमी होने की मामला सामने आया था. जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को टेंडर के निर्देश दिए हैं और जल्द ही टायरों की समस्या खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि चालकों की कमी को भी जल्द पूरा किया जाएगा, जिसके लिए वो लगातार संघर्षरत हैं. गौरतलब है कि कुमाऊं मंडल के अलग-अलग रोडवेज डिपो में 373 रोडवेज की बसें संचालित की जाती हैं.
जिसमें करीब 150 बसें टायर और अन्य तकनीकी कारणों के चलते खड़ी हैं. वहीं रोडवेज के अधिकारियों की मानें तो इन बसों में टायर खराब होने के साथ-साथ बसों के चलाने के लिए चालक परिचालक की भी कमी है, जिसके चलते रोडवेज की बसें खड़ी हैं.