हल्द्वानी:उत्तराखंड परिवहन निगम की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है. कर्मचारियों को पिछले कई महीनों से वेतन तक नहीं मिल पाया है. कोरोना काल में बसों का संचालन ठप रहा, जिस वजह से परिवहन निगम की हालत और खस्ता हो गई है. ऐसे में परिवहन निगम अब उत्तर प्रदेश और दिल्ली की अपनी परिसंपत्तियों को बेचकर अपनी आर्थिकी मजबूत करेगा. उधर, हाईकोर्ट ने भी परिवहन निगम के अन्य राज्यों की संपत्ति के बंटवारे को लेकर सरकार से जवाब मांगा है.
उत्तराखंड के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य का कहना है कि रोडवेज की स्थिति पहले ही काफी खराब थी. कोरोना काल के चलते बसों का संचालन ठप हो गया, जिससे परिवहन निगम की वित्तीय स्थिति और खराब हो गई है. कर्मचारियों को तनख्वाह देने तक के पैसे नहीं हैं. ऐसे में अब परिवहन निगम को निर्देशित किया गया है कि अपने खर्च में कटौती करें.