मंडी में ऑनलाइन व्यवस्था का व्यापारियों ने जताया विरोध हल्द्वानी:उत्तराखंड के सबसे बड़े फल सब्जी मंडी हल्द्वानी को शासन ने पूरी तरह से ऑनलाइन व्यवस्था लागू कर दी है. किसानों से खरीद और बिक्री पूरी तरह से ऑनलाइन की जाएगी. ऐसे में मंडी के व्यापारियों ने इसका विरोध जताया है.
आलू फल एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश चंद्र जोशी ने बताया कि मंडी में ऑनलाइन व्यवस्था लागू होने से किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार मंडी के व्यापारी और किसान ऑनलाइन व्यवस्था से जुड़ नहीं पाएंगे. क्योंकि पहाड़ के किसान छोटे-छोटे उत्पादन में अपना उत्पादन मंडी तक लेकर आते हैं. जबकि मंडी से छोटे व्यापारी जुड़े हुए हैं. ऐसे में ऑनलाइन व्यवस्था सीधे लागू करना, किसानों और आढ़तियों के लिए समस्या बन रही है.व्यापारियों का आरोप है कि अभी तक मंडी द्वारा ही ऑनलाइन की व्यवस्था ठीक से नहीं की गई है.
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ऐसे में व्यापारी ऑनलाइन अपना कारोबार कैसे कर पाएंगे. व्यापारियों का कहना है कि सबसे पहले मंडी में कारोबार करने वाले लोगों को इसका प्रशिक्षण दिया जाए. इसके बाद धीरे-धीरे ऑनलाइन व्यवस्था को लागू किया जाए. व्यापारियों की मांग है कि अभी भी पूर्व की तरह में मैनुअल की व्यवस्था रखी जाए.ताकि पहाड़ के किसानों को अपने उत्पादन को बेचने में किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो. बता दें कि मंडी गेट पर किसानों के आने जाने वाले उत्पादन की व्यवस्था को ऑनलाइन कर दिया गया है. जिसके चलते किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही है. व्यापारियों का कहना है कि पूर्व में इस मामले को लेकर सरकार को ज्ञापन भी भेज चुके हैं.
व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि ऑनलाइन व्यवस्था खत्म नहीं हुई तो व्यापारी मंडी को बंद करने को मजबूर हो जाएंगे. मंडी समिति के सचिव दिग्विजय सिंह देव का कहना है कि मंडी को ऑनलाइन करने की व्यवस्था शासन से लागू कर दी गई है. फिलहाल किसानों और व्यापारियों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए मैनुअल व्यवस्था की गई है. लेकिन किसानों और व्यापारियों से अपील की गई है कि अपने सभी कारोबार को ऑनलाइन व्यवस्था के माध्यम से करें जिससे कि कारोबार में पूरी तरह से पारदर्शिता सामने आ सके.