हल्द्वानी: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (Uttarakhand Open University) के 11 जनवरी को होने वाले सातवें दीक्षांत समारोह (7th Convocation of UOU) में राज्य की तीन विभूतियों मैती आंदोलन के जनक पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, लोक गायक नंदलाल भारती (जौनसार) और समाजसेवी पद्मश्री बसंती देवी को मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा. यूओयू की 36वीं कार्यपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया.
यूओयू के सातवें दीक्षांत समारोह की तैयारियां तेज, तीन विभूतियों को दी जाएगी मानद उपाधि - 7th Convocation of UOU
यूओयू दीक्षांत समारोह की तैयारियां(Preparations for UOU Convocation) जोरों शोरों से चल रही है. यूओयू दीक्षांत समारोह में इस बार राज्य की तीन विभूतियों को मानद उपाधि(Honorary title to three personalities) से सम्मानित किया जाएगा.
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की 36 वीं कार्यपरिषद की बैठक सम्पन्न हुई. बैठक कुलपति प्रो ओम प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. बैठक कार्यपरिषद में 35वीं बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि की गई. हाल ही में सम्पन्न विद्या परिषद, वित्त समिति तथा परीक्षा समिति की बैठकों के कार्यवृत्तों पर अनुमदोन प्रदान किया गया. इसके अलावा 11 जनवरी 2023 को आयोजित सप्तम दीक्षांत समारोह के अवसर पर राज्य के 3 विभूतियों को मानद उपाधि प्रदान करने पर कार्य परिषद ने अपनी सहमति प्रदान की है.
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विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह पर अलग-अलग क्षेत्रों में अपने विशेष योगदान के लिए राज्य के तीन विभूतियों में कल्याण सिंह रावत (मैती आंदोलन के जनक) को पर्यावरण के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य के लिए, नंदलाल भारती (जौनसार) को कला और संस्कृति तथा बंसती देवी को लोक गायन और कला संस्कृति के क्षेत्र में विषेश योगादन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि प्रदान की जाएगी.