युवाओं की टीम असहाय और बीमार कुत्तों को दे रही नया जीवन हल्द्वानी: हर साल 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है. world rabies day मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना और बताना कि यह एक घातक वायरल बीमारी है, जो आमतौर पर कुत्तों या अन्य जंगली जानवरों के काटने से फैलती है. इस जानलेवा बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए यह दिन मनाया जाता है.
World Rabies Day पर जागरूकता अभियान. हल्द्वानी में युवाओं की एक HOWL संस्था है, जो वैसे तो बीमार और अपाहिज हो चुके कुत्तों के लिए काम करती है, लेकिन world rabies day पर इस संस्थान में कुत्तों के टीकाकरण का अभियान चलाया है. साथी ही रेबीज को लेकर जन जागरूकता भी चलाई गई. संस्था की सेक्रेटरी दीपिका जोशी ने बताया कि असहाय और घायल कुत्तों के लिए संस्था पिछले 3 साल से कम कर रही है.
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कुत्तों के टीकाकरण के साथ-साथ ही उनकी संस्था उनकी नसबंदी भी करा रही है, ताकि कुत्तों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित किया जा सके. इसके साथ ही ये संस्था कुत्तों के काटने पर होने वाली रेबीज बीमारी के लिए भी जागरूकता अभियान चला रही है.
संस्था की सेक्रेटरी दीपिका जोशी ने बताया कि कई बार देखा गया है कि सड़कों पर आवारा कुत्ते घायल अवस्था में पड़े होते हैं, जिनको कोई देखने वाला नहीं होता है. ऐसे में उनकी देखभाल के लिए संस्था ने जिमा उठाया है. संस्था के सेंटर में अभी 30 से ज्यादा कुत्ते हैं, जिनकी देखभाल की जा रही है. इनमें बहुत से कुत्ते ऐसे हैं, जो चलने की स्थिति में नहीं हैं. ऐसे कुत्तों के रहने और खाने की पूरी व्यवस्था संस्था की तरफ से की जाती है. आसपास के लोगों की मदद से संस्था को चलाया जा रहा है.