हल्द्वानी: उत्तराखंड को जल्द ही गुजरात की तर्ज पर अपनी खेल यूनिवर्सिटी मिलने जा रही है. मुख्यमंत्री धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में हल्द्वानी में बनने जा रही खेल यूनिवर्सिटी को लेकर चर्चा की गई है. जिसके तहत खेल विश्वविद्यालय की भूमि और पहले चरण में चलाए जाने वाले कोर्सेज को लेकर कार्य योजना तैयार की गई है. जिसमें चरणबद्ध तरीके से कैसे 2030 तक का लक्ष्य मानकर खेल यूनिवर्सिटी को धरातल पर उतारने का काम किया जाएगा.
गुजरात की तर्ज पर उत्तराखंड में बनेगी खेल यूनिवर्सिटी, सीएम ने दिये योजना पर तेजी से काम करने के निर्देश - 105 एकड़ लैंड में बनेगी खेल यूनिवर्सिटी
उत्तराखंड को जल्द ही अपनी खेल यूनिवर्सिटी की सौगात मिलने वाली है. दरअसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में खेल विश्वविद्यालय को लेकर चर्चा हुई. जिसमें उन्होंने खेल विभाग को इस योजना पर तेजी से काम करने के निर्देश दिये हैं.
मुख्यमंत्री ने दिये खेल विभाग को निर्देश: उत्तराखंड में खेल यूनिवर्सिटी को लेकर खेल विभाग तेजी से काम कर रहा है. यूनिवर्सिटी बनाने के लिये हाल ही में हुई विभागीय समीक्षा में खेल विभाग ने हल्द्वानी में बनने जा रही खेल यूनिवर्सिटी का खाका तैयार कर लिया है. खेल निदेशक जितेंद्र सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार हल्द्वानी में खेल यूनिवर्सिटी का निर्माण होना है. निदेशक ने बताया कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि खेल यूनिवर्सिटी के लिये खेल विभाग अपना प्रस्ताव तैयार करे. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक की जाए, जिसमें इन प्रस्तावों पर चर्चा करके कार्य योजना को आगे बढ़ाने का काम किया जाए.
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105 एकड़ लैंड में बनेगी खेल यूनिवर्सिटी:यह यूनिवर्सिटी हल्द्वानी स्टेडियम को सम्मिलित करते हुए बनाई जानी है. इसलिए 35 एकड़ में मौजूद वर्तमान स्टेडियम के परिसर के अलावा 70 एकड़ जमीन की खेल यूनिवर्सिटी बनाने के लिए आवश्यकता है. जिसके बाद तकरीबन 105 एकड़ में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी. बैठक में निर्देश दिए गए हैं कि यूनिवर्सिटी के लिए आवश्यक 105 एकड़ जमीन का सभी संबंधित विभागों के साथ सप्ताह भर में समाधान निकाल लिया जाए. बैठक में यह भी विषय सामने आया कि खेल विश्वविद्यालय बनने के बाद पहले चरण में कौन-कौन से कोर्स विश्वविद्यालय में चलाए जाने हैं. इसको लेकर भी विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली जाए और उसके लिए कितने बजट की आवश्यकता हाेगी, इसकी एक रिपोर्ट तैयार कर ली जाए.