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Magh Purnima 2023: माघ पूर्णिमा पर बन रहा विशेष योग, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि - Special Yoga being made on Magha Purnima

माघ का पूरा महीना ही हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है. मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन देवता पृथ्वी लोक पर अवतरित होते हैं. इसलिए माघ पूर्णिमा के दिन उपासना का महत्व काफी बढ़ जाता है. श्रद्धालु माघ पूर्णिमा के दिन सुबह से गंगा घाटों में स्नान कर पूजा-अर्चना करते हैं. साथ ही श्रद्धालु इस दिन दान कर पुण्य कमाते हैं.

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Published : Feb 4, 2023, 7:04 AM IST

Updated : Feb 5, 2023, 6:19 AM IST

माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.

हल्द्वानी: माघ पूर्णिमा का पर्व हिंदू लोगों ने लिए काफी खास है. हिंदू धर्म में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है. माघ पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. माघ मास में किए गए दान और स्नान से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. माघ पूर्णिमा को माघ मास का अंतिम दिन माना जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने के साथ ही वस्त्र दान और गौ दान करने से महत्व काफी बढ़ जाता है.

पर्व को लेकर पौराणिक कथा:माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन देवतागण पृथ्वी लोक में भ्रमण के लिए आते हैं. इस दिन गंगा नदी में भगवान विष्‍णु स्‍वयं वास करते हैं. स्‍नान के बाद दान करना अक्षय पुण्‍य फल देता है. इसके अलावा माघ पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने का बेहद खास दिन होता है. इस दिन मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने के लिए किए गए उपाय से अपार सुख-समृद्धि मिलती है ऐसी मान्यता है.
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माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और शुभ योग:ज्योतिषाचार्य डॉ. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक इस बार माघ पूर्णिमा आज यानी रविवार के दिन पड़ने से रवि पुष्य योग बन रहा है. जिसके चलते माघ पूर्णिमा का इस बार विशेष महत्व रहेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार माघ की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 4 फरवरी की रात 9 बजकर 30 मिनट पर होगा और 5 फरवरी को रात में 11 बजकर 58 मिनट पर समाप्‍त होगा. इसलिए उदया तिथि के अनुसार माघ पूर्णिमा 5 फरवरी को मनाई जाएगी, जहां पूरे दिन स्नान दान का विशेष महत्व रहेगा.

दान करने से मिलेगा आशीष:इस बार माघ पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्ध जैसे महायोग के साथ रवि पुष्य योग और विजय मुहूर्त जैसे कई शुभ योग बन रहे हैं. इसके साथ ही आश्‍लेषा नक्षत्र में चंद्रमा, गुरु और शनि समेत तीनों ग्रह अपनी ही राशि में मौजूद होंगे. रविवार को जब पुष्‍य योग बनता है तो इसे रवि पुष्‍य योग कहते हैं इस शुभ योग में स्नान करने व दान करने से माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है.
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माता लक्ष्मी को लगाएं खीर का भोग:माघ पूर्णिमा के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पवित्र नदियों में स्नान करें. अगर आसपास कोई नदी नहीं हो तो जल में गंगाजल मिलाकर स्नान कर भगवान को जल से अर्घ्य दें और सूर्य मंत्रों का उच्चारण करें. इसके बाद पूर्णिमा व्रत का संकल्प लें और विधि-विधान से भगवान श्रीहरि और माता लक्ष्मी की पूजा करें. पूजा में माता लक्ष्मी को खीर का भोग अवश्य लगाएं. इस दिन वस्त्र, तिल, खाना, गुड़, धन, कंबल, गौ ग्रास आदि का दान करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.

Last Updated : Feb 5, 2023, 6:19 AM IST

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