रामनगर: शहर के पुछड़ी गांव में गौधन संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कामधेनु गोविंद गोधन सेवा समिति गौशाला एक मिसाल बन चुका है. रामनगर शहर से करीबन 2 किलोमीटर दूर स्थित पुछड़ी गांव में श्री कामधेनु गोविंद सेवा समिति गौशाला का यह नजारा मन को प्रफुल्लित कर देता है. समिति के अध्यक्ष बताते है कि पहाड़ों से कई गायों को लोग शहरों की ओर छोड़ देते है. साथ ही उन कई सैकड़ों गायों को यहां आसरा देते हुए आवारा व बेसहारा गायों की प्रमुख आश्रय स्थली बन चुकी है.
बता दें कि गौ संरक्षण के लिए कामधेनु गोविंद सेवा समिति गौशाला पिछले कई सालों से कार्यरत है. समिति के अध्यक्ष भगीरथ लाल चौधरी ने बताया कि इस गौशाला का निर्माण 10 साल पहले गायों के संरक्षण के लिए करवाया था. प्रारंभ में कामधेनु गोविंद सेवा समिति गौशाला छोटे रूप में गौधन की सेवा के लिए गौशाला प्रारंभ की गई, लेकिन धीरे-धीरे गौशाला का रूप ही बदल चुका है. तन, मन व धन से कार्यों में जुटी गौशाला प्रबंधन कमेटी निरंतर अपने गायों के संरक्षण में जुटी नजर आ रही है.